आडिट को पहुंची कैग टीम खंगाल रही अभिलेख
अंबेडकरनगर : भारत के महालेखा नियंत्रक की ओर से प्रदेश के दस जनपदों को केंद्रीय योजनाओं की आडिट के लि
अंबेडकरनगर : भारत के महालेखा नियंत्रक की ओर से प्रदेश के दस जनपदों को केंद्रीय योजनाओं की आडिट के लिए चयनित किया है। ऐसे में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत केंद्र से मिलने वाले बजट के अलावा जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत के खर्च का भी कैग टीम बारीकी से जायजा लेने में जुटी है। यही नहीं विकासखंड कटेहरी तथा बसखारी ब्लाक के गांवों समेत जिले के सभी ब्लॉकों में सर्वाधिक बजट खर्च करने वाले गांव कैग के निशाने पर हैं।
गत 31 मार्च 2011 से मार्च 2016 तक राज्य वित्त तथा 13वें वित्त आयोग के अलावा मनरेगा के बजट का कैग टीम हकीकत खंगाल रही है। भागीदारी सिद्धांत के आधार पर नमूने के तौर पर प्रदेश के लिए गए 10 जिले में अंबेडकरनगर को भी शामिल किया गया है। लिहाजा कैग टीम गत दिनों से जिले में डेरा डाले है। इन दिनों जिला पंचायत में आय तथा अवमुक्त बजट के सापेक्ष व्यय के आधार पर अभिलेखों का गहनता से परीक्षण किया जा रहा है। कैग की टीम बसखारी तथा कटेहरी के सभी गांवों का आडिट करेगी वहीं जनपद के अन्य सातों ब्लॉकों में सर्वाधित बजट खर्च करने वाली एक-एक ग्राम पंचायत की भी हकीकत खंगाली जाएगी। 93 प्रारूपों पर जांच में जुटी कैग टीम मनरेगा में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत स्तर पर तय मानक का गहनता से अवलोकन कर रही है। जिला पंचायत के उपरांत टीम पंचायतीराज के अन्य विभागों में भी आडिट को पहुंचेगी। जिला पंचायत सभागार के एकांत माहौल में आडिट के दौरान कार्यालयों में अफरा-तफरी मची रही है। जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक उमाकांत त्रिपाठी ने कैग टीम के पहुंचने की पुष्टि की है।