विधायक के हस्तक्षेप पर वार्ता, आम सभा में फैसला
आलापुर (अंबेडकरनगर) : तहसील में अधिवक्ताओं द्वारा तहसीलदार न्यायालय के बहिष्कार को लेकर आमजन को हो
आलापुर (अंबेडकरनगर) : तहसील में अधिवक्ताओं द्वारा तहसीलदार न्यायालय के बहिष्कार को लेकर आमजन को हो रहीं दिक्कतों से निजात दिलाने के लिये स्थानीय विधायक का हस्तक्षेप भी कारगर नहीं हो सका। अधिवक्ता वार्ता के क्रम में आमसभा में फैसला लेंगे जिसके लिए शीघ्र ही तिथि मुकर्रर की जाएगी।
गौरतलब है कि तहसीलदार न्यायालय पर व्याप्त मनमानी को लेकर अधिवक्ता संघ उनके न्यायालय, कार्यालय का अनिश्चितकालीन बहिष्कार कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय विधायक भीमप्रसाद सोनकर से मामले को सुलझाने की मांग की। इस पर विधायक ने तहसीलदार न्यायालय के बाबत जिलाधिकारी से वार्ता की। साथ ही स्वयं तहसील में वादकारियों, अधिवक्ताओं, उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में वार्ता की। विधायक भीमप्रसाद सोनकर ने कहा कि सभी पक्षों की मौजूदगी में वार्ता करा दी है। तहसीलदार को भी अपने में सुधार लाने को कहा गया। अधिवक्ता शीघ्र ही हड़ताल वापस ले लेंगे। उपजिलाधिकारी नरेंद्र ¨सह ने बताया कि सभी लोग सहमत हो गए हैं। अब से तहसीलदार न्यायालय पर विधि सम्मत कार्य होगा, जो भी शिकायतें थीं अधिवक्ताओं को भूल जाने के लिए कहा गया है। अब किसी को कोई तकलीफ नहीं है। तहसीलदार रमेश मौर्य ने कहा उनके ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह निराधार व असत्य हैं। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि सभी लोगों की मौजूदगी में वार्ता की गयी है। आमसभा की बैठक करके ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
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खिले वादकारियों के चेहरे-आलापुर : लगभग आठ माह बाद तहसील में उपजिलाधिकारी व नायब तहसीलदार न्यायालयों पर न्यायिक कार्य होने से अधिवक्ताओं, वादकारियों के चेहरे खिल गए। अधिवक्ता गिरधारी तिवारी, योगेंद्र यादव, दिनेश श्रीवास्तव, राकेश तिवारी ने कहा कि यदि प्रशासन पहले ही अपना अडियल रवैया छोड़ देता तो हड़ताल समाप्त हो जाती, लेकिन जो सहमति बनी, वह स्वागत योग्य है। वादकारी दिलीप, रामधनी, रामनारायण आदि लोगों ने बताया कि एक वर्ष हो गए, लेकिन उनके मुकदमों की सुनवाई नहीं हुई और अब न्यायालय का कार्य होने से हम लोग काफी खुश हैं।