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बाटम::शौचालय में भंडार, सिस्टम पर सवाल

जहांगीरगंज (अंबेडकरनगर) : रामनगर विकासखंड का बारीडीह सिकंदरपुर गांव वित्तीय वर्ष 2015-16 में डॉ. र

By Edited By: Published: Wed, 20 Apr 2016 10:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Apr 2016 10:55 PM (IST)
बाटम::शौचालय में भंडार, सिस्टम पर सवाल

जहांगीरगंज (अंबेडकरनगर) : रामनगर विकासखंड का बारीडीह सिकंदरपुर गांव वित्तीय वर्ष 2015-16 में डॉ. राममनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना के तहत चयनित हैं। लाखों खर्च के बावजूद गांव की तस्वीर बदरंग ही बनी है। आलम यह है कि शौचालय भंडार गृह बने हैं। अधूरे आवास गरीबों को छांव तक नहीं दे पा रहे। सड़क बनने के साथ ही उखड़ने लगी। गांव में जाने के लिए मुख्य मार्ग से करीब पौने दो किलोमीटर तक की लंबाई की जिस सड़क का निर्माण कराया गया है, उसे दलित बस्ती तक भी नहीं जोड़ा जा सका और न ही प्राथमिक विद्यालय का ही उससे जुड़ाव हो पाया है। सड़क निर्माण में मानक एवं गुणवत्ता की अनदेखी की गई है, जो अभी से उखड़ने लगी है। इसके अलावा गांव के अंदर गलियों में जो भी सीसी रोड बनवाए गए हैं, उसमें भी मानक व गुणवत्ता की काफी अनदेखी की गई है। दलित बस्ती व अन्य कई बस्तियों में सीसी रोड का निर्माण ही नहीं कराया गया है। गांव में विद्युतीकरण की प्रक्रिया भी पूरी नहीं करायी गई। कुछ स्थानों पर खंभे लगाकर तार तो खींचे गए, लेकिन अभी तक किसी को कनेक्शन नहीं दिया जा सका। बताया जाता है कि गांव में कुल 131 शौचालय एवं सात आवासों का निर्माण कार्य कराया जाना था, लगभग पांच दर्जन लोगों के यहां दिखावे के लिए घटिया किस्म की ईंटों व निर्माण सामग्री प्रयुक्त कर शौचालय तो बनवाए गए, लेकिन तो अंदर सीट बैठायी गई और न ही ऊपर छत ही डाली गई। इतना ही नहीं कई शौचालयों के लिए गड्ढे भी नहीं खोदे गए, जिसके कारण आधे से भी कम निर्मित शौचालय भी निष्प्रयोज्य पड़े हैं। ग्रामीणों की मानें तो आगे खड़ा कर ग्राम पंचायत विकास अधिकारी रवींद्रदेव व अवर अभियंता आरईएस जेपी राव की टीम दो माह पहले ही फोटो ¨खचवाकर ले गयी। तब से कोई शौचालय का निर्माण कराने ही नहीं आया। गांव के राधेश्याम, राममिलन, जोरई विश्वकर्मा, रामटहल विश्वकर्मा, सतिराम यादव आदि ने बताया कि उनके यहां शौचालय बनाए जाने की शुरुआत ही नहीं की जा सकी। विजय यादव, पदारथ विश्वकर्मा, तारा देवी, रामनाथ समेत अन्य के यहां शौचालय बिना छत के शीट के आधे-अधूरे हैं। यही हाल आठ लोहिया आवासों का है। लाली देवी, अमरजीत, संग्राम, सिजोर, तारा देवी, टिलठू शर्मा, सदाराम के आवासों का निर्माण छत ढलाई से पहले ही रुका है। इससे सभाजीत के आवास का यह हाल है कि वह महज नींव भराई तक ही आकर रुका है। तारा देवी ने बताया कि घर में शादी है। रहने की जगह न होने के कारण सीमेंट चादर डालकर छांव किया है। ग्रामीणों को यह भी पता नहीं है कि आवास के मद में कितना पैसा आना चाहिए और कितना आया। ऐसे में उनके गांव को लोहिया ग्राम विकास योजना के तहत चयनित होने पर जो खुशी थी वह समय बीतने के साथ ही हाकिमों की उदासीनता के कारण काफूर होती जा रही है।

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इनको नहीं है जानकारी-जहांगीरगंज : ग्राम पंचायत विकास अधिकारी रवींद्रदेव यादव का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ रहा। अवर अभियंता भी शौचालय व आवास के बाबत संतोष जनक उत्तर जानकारी के अभाव में नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि लगभग चार-पांच आवास बनने होंगे। द्वितीय किस्त के लिए पत्र लिखा गया है। खंड विकास अधिकारी प्रमेंद्र पांडेय से जब गांव के संतृप्त होने के बारे में उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि शौचालय, आवास आदि के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, कल ही इस बाबत जानकारी करके कुछ बता पाएंगे।


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