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दीपावली पर गलियों में बिकेगा तबाही का सामान

अंबेडकरनगर : दीपावली सन्निकट है। पर्व के दृष्टिगत पटाखे की दुकानें सजेंगीं। ऐसे में पुलिसिया लापरवाह

By Edited By: Published: Tue, 03 Nov 2015 10:34 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2015 10:34 PM (IST)
दीपावली पर गलियों में बिकेगा तबाही का सामान

अंबेडकरनगर : दीपावली सन्निकट है। पर्व के दृष्टिगत पटाखे की दुकानें सजेंगीं। ऐसे में पुलिसिया लापरवाही एक बार फिर उजागर होगी। मुख्य मार्गों से लेकर गली-कूचों तक तबाही का सामान बेरोकटोक बेचा जाएगा। लेकिन प्रशासन एवं पुलिस महकमा कुंभकर्णीय नींद इस वर्ष भी नही खुलेगी। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ सकता है।

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दीपावली पर जिले भर में लोग पटाखा फोड़ते हैं। पटाखों की बिक्री के लिए प्रशासन ने थोक के आठ कारोबारियों को लाइसेंस जारी कर रखा है। इसमे से दो टांडा, दो जलालपुर एवं चार जिला मुख्यालय के कारोबारी हैं। वहीं प्रशासन ने दीपावली पर्व पर पटाखों की फुटकर बिक्री के विशेष नियम बना रखे हैं। पटाखों की बिक्री के लिए कारोबारी को एसडीएम के समक्ष आवेदन प्रस्तुत करना होता है। इस पर संबधित थानों एवं अग्निशमन अधिकारी की रिपोर्ट लगाई जाती है। इसके उपरांत एसडीएम कारोबारियों को पटाखों की बिक्री की संस्तुति प्रदान करते हैं। दीपावली के दो दिन पूर्व नगर स्थित गणेश कृश्ण जेटती इंटर कॉलेज एवं बीएन इंटर कॉलेज मैदान में दुकानें लगाकर पटाखों की बिक्री की जाती है। वहीं इसके इतर नगर के तमाम मार्गो एवं गली मुहल्लों में नियमों को ताख पर रखकर हर वर्ष तबाही का सामान बेचा जाता है। नगर के पहितीपुर मार्ग, दोस्तपुर मार्ग, बस स्टेशन, जलालपुर मार्ग एवं मालीपुर मार्ग समेत जिले के ग्रामीणांचल क्षेत्रों की बाजारों में सड़कों के किनारे पटाखों की बिक्री खुलेआम की जाती है। हर वर्ष गैर कानूनी ढंग से होने वाली पटाखों की यह बिक्री प लिस कर्मियों की सरपरस्ती में होती है। महज निज स्वार्थ साबित कर पुलिसकर्मी आम लोगों की ¨जदगी को खतरे के भंवर में डाल रहे हैं।

------------खतरे का भय, धनहानि भी होती है

नगर के अकबरपुर निवासी प्रथक मिश्रा कहते हैं कि पटाखों से लोगों को परहेज करना चाहिए। इससे खतरे का भय सदैव बरकरार रहता है। वहीं धनहानि भी होती है। ताजपुर निवासी अतुल पटेल कहते हैं कि लोगों को दीपावली का पर्व शांतिपूर्ण ढंग से मनाना चाहिए। पटाखे फोड़ने के बजाय लोगों को अपन अपने घरों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाना चाहिए। इस दिन लोगों को गरीबों की मदद पर पुण्य कमाने के अवसर का लाभ उठाना चाहिए। गौसपुर निवासी हर्ष पटेल कहते हैं कि पटाखों का फोड़ना हादसों को दावत देने के समान है। जरा सी लापरवाही बरतने पर खुशियों पर ग्रहण लग सकता है। ऐसे में पर्व के दिन पटाखों से दूरिया बनाकर रखना चाहिए। ताहिरपुर निवासी ओम शर्मा कहते हैं कि पटाखा दीपावली पर्व पर पटाखा फोड़ना रुपयों का दुरुपयोग करने के समान है। लोग प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये धुंए में उड़ा देते हैं। लोगों को ऐसेा करने के बजाय गरीबों की मदद करनी चाहिए। डैय्याडीह निवासी राज कहते हैं कि दीपावली भगवान राम के अयोध्या वापस लौटने की याद में मनाया जाता है। इस दिन पटाखा फोड़ने के बजाय लोगों को शांतिपूर्ण ढंग से अच्छे आचरण करने चाहिए। पटाखा फोड़ने पर उससे निकलने वाला धुंआ वातावरण को प्रदूषित करता है। जिससे लोग प्रभावित होते हैं।

पटाखे से लाभ नहीं हानियां

बजरंग दल के विभाग संयोजक मनोज गुप्ता कहते हैं कि दीपावली के पर्व शांतिपूर्ण ढंग से मनाना चाहिए। इस दिन लोगों को पटाखों से परहेज करना चाहिए। पटाखों से निकलने वाली जहरीली गैस वातावरण को दूषित करती है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं पटाखा फोड़ना खतरे का सबब बन सकता है। वहीं प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये धुंए में उड़ जाता है। इसलिए हम सभी को इस वर्ष पटाखा न फोड़ने का प्रण लेना होगा। कारण इससे लाभ कुछ नहीं होता बल्कि हानियां कई होती हैं।


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