केंद्र से चला धन प्रदेश सरकार में अटका
अंबेडकरनगर: युवाओं को सहजता से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक और कौशल विकास प्रशिक्षण देने की म
अंबेडकरनगर: युवाओं को सहजता से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक और कौशल विकास प्रशिक्षण देने की मंशा से स्थापित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बदहाल है। कारण न तो भवन निर्माण पूरा है और न ही पर्याप्त संख्या में कर्मचारी। आठ ट्रेडों के लिए भारत सरकार से जारी धनराशि लगभग एक माह से प्रदेश सरकार के पास रुकी है।
टांडा के सूरापुर में पिछली बसपा सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री लालजी वर्मा के प्रयास से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की गई थी। उद्देश्य था कि युवाओं को रोजगार परक शिक्षा देकर उनका भविष्य सुधारा जा सके। कॉलेज सत्र 2010-11 से संचालित है। इसमें इलेक्ट्रानिक, विद्युतकार, आशुलिपिक ¨हदी व कंटिगर (सिलाई) सहित कुल चार कोर्स संचालित हो रहे हैं। प्रतिवर्ष 120 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, लेकिन यहां अध्यापकों की कमी है। कुल आठ पदों के सापेक्ष महज चार अध्यापक ही हैं। इसमें से दो संविदा कर्मी हैं। वहीं प्रधानाचार्य ओमप्रकाश दास को दो केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई है। यही नहीं हुकूमत बदलने के बाद इसके विकास रफ्तार पर ब्रेक लग गई है। कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है। अभी तक न तो कॉलेज की चहारदीवारी पूरी हुई है और न ही गेट लगा। बड़ी झाड़ियां चारों तरफ फैली हैं। पीने के पानी के लिए केवल एक देशी हैंडपंप है। प्रधानाचार्य ने बताया कि आठ ट्रेड के लिए भारत सरकार से धनराशि जारी हो गई है। ज्यादा समस्या अध्यापकों की कमी से हो रही है।