अधिकारियों की कार्यशैली पर फूटा गुस्सा
अंबेडकरनगर : अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं का गुस
अंबेडकरनगर : अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है। संगठन के प्रदेश महासचिव मुकेश ¨सह ने कहा कि समस्याओं को लेकर अधिकारी कार्रवाई करने के बजाए किसानों के हक पर डाका डालने वालों को संरक्षण दे रहे हैं। यूनियन ने इस बाबत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नौ सूत्री ज्ञापन भेजते हुए कार्रवाई की मांग की है।
जिला मुख्यालय स्थित कृषि भवन पर किसान पंचायत की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश महासचिव ने वर्ष 2014-15 में गेहूं के प्रदर्शन में बड़े पैमान पर धांधली किए जाने का आरोप लगाया। बताया गया कि जिले में 5268 हेक्टेयर गेहूं का प्रदर्शन किया गया। गेंहू बीज के साथ ही किसानों को खर-पतवार नाशक दवा, जोताई, ¨जक आदि मुफ्त मिलना था। विभाग इस धनराशि के अलावा लाइन ¨स्वग की फर्जी आख्या तैयार कर जीरोट्रिल मशीन धारकों की मिलीभगत से किसानों का हक हड़पना चाहती है। जोताई की धनराशि किसानों के खातों में दिए जाने के बजाए मशीन मालिकों को दिए जाने की तैयारी है। मामले में जिलाधिकारी से शिकायत किए जाने के बाद भी पात्र किसानों की सूची सार्वजनिक नहीं की जा रही है। ऐसे में किसानों की फसल कटने के बाद विभाग धन हड़पना चाहता है। यही हाल दलहन तथा तिलहन के प्रदर्शन का भी रहा। कटेहरी तथा गो¨वद साहब में किसान मेला आयोजित करने में भी वित्तीय अनियमितता की गई है। मेले के आयोजन पर हुए खर्च का बिल बाउचर के साथ सत्यापन कराया जाए। ¨सचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नहरों में सिल्ट सफाई किए जाने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया। बिजली विभाग द्वारा बकाया बिलों की वसूली में दोहरी कार्यशैली दिखाए जाने पर किसान खफा हैं। आरोप है कि बड़े बकाएदारों को नोटिस भी नहीं दी जा रही है, जबकि किसानों को आरसी जारी की जा रही है। यूनियन ने भीटी तहसील प्रशासन द्वारा किसानों पर दर्ज कराए गए फर्जी मुकदमों को वापस लिए जाने तथा गरीब व पात्रों को राशनकार्ड, पेंशन एवं आवासीय सुविधा दिलाए जाने की मांग की गई है। किसान पंचायत में अभयराज, श्रीराम वर्मा, रामकरन वर्मा, रणजीत कुमार, भूपति ¨सह, बृजेश यादव, धर्मराज ¨सह, मुनिराम वर्मा, राम बहाल धुरिया, कृष्ण कुमार यादव, दयाराम ¨सह व भागीरथ यादव आदि मौजूद रहे।