कोहरे के कहर से जनजीवन बेहाल
अंबेडकरनगर : बुधवार को कोहरे के प्रकोप की इंतेहा हो गयी। कारण दस बजे तक दस फीट की दूरी पर खड़े वाहनो
अंबेडकरनगर : बुधवार को कोहरे के प्रकोप की इंतेहा हो गयी। कारण दस बजे तक दस फीट की दूरी पर खड़े वाहनों को भी देख पाना मुश्किल था। दोपहर में सूर्यदेव के दर्शन से ठंड से थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन शाम से फिर ठिठुरन शुरू हो गयी। मौसम विभाग के पर्यवेक्षक शंखमाधव त्रिपाठी ने बताया कि तापमान अधिकतम 21 डिग्री व न्यूनतम 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। गुरुवार को भी मौसम में ठंड बरकरार रहेगी। बदली छायी रहने की संभावना है।
कोहरे का प्रकोप इस कदर रहा कि लोग घरों से निकलने का साहस नहीं कर पा रहे थे। वाहन या तो खड़े रहे अथवा मुख्य लाइट जलाकर रेंगते नजर आए। एडीएम राममूर्ति मिश्र का कहना है कि ठंड के कारण अब तक किसी के मौत की सूचना नहीं है। टांडा संवादसूत्र के मुताबिक कोहरे के बीच चली हवाओं ने लोगों को ठंड से घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया। बचाव के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया। नगर पालिका और तहसील प्रशासन नगर के विभिन्न चौराहों और बाजारों में अलाव जलाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन गरीबों को ठंड से बचाने के लिए शासन स्तर से कंबल वितरित किए जाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। अब तक कंबल बांटने के लिए कोई सामाजिक संगठन का जनप्रतिनिधि भी आगे नहीं आ रहे हैं। न्यायालयों में वादों में सामान्य तारीखें बिना कार्रवाई लगा दी गईं। एसडीएम नरेंद्र सिंह ने बताया कि अभी 130 कंबल आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित किए जाने के लिए लेखपालों को दिया गया है।
जलालपुर संवादसूत्र के मुताबिक : तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी व तहसीलदार सत्येंद्र सिंह ने ठंड से पीड़ित गरीबों को कंबल बांटकर प्रशासनिक स्तर से राहत कार्यो की शुरुआत की। उन्होंने मौके पर उपस्थित नगर पालिका परिक्षेत्र एवं ग्रामीणों में 130 बेसहारों को ठंड से निजात के लिए कंबल दिए। इस मौके पर अधिवक्ता संतप्रसाद पांडेय, नगर पालिका अध्यक्ष अबुल बशर अंसारी व लेखपाल मौजूद थे।
काउंटर में सो गया बालक : कड़ाके की ठंड में सुबह से मेहनत कर रहे बालक ने हल्की धूप निकलने पर जैसे-तैसे मीठी नींद लेने का मौका नहीं गंवाया। वह चाय की दुकान करने के लिए बनाए गए काउंटर में ही सो गया।
सीएम व डीएम का आदेश भी ठेंगे पर : मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी का आदेश निजी विद्यालय संचालकों के लिए शायद कोई मायने नही रखता। जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई के बजाए मूकदर्शक बने हुए हैं। ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने आठ तक की कक्षाओं के संचालन को आगामी 28 दिसंबर तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है। वहीं मुख्यमंत्री के आदेश के बाद डीएम ने इंटर तक के विद्यालयों में आगामी 28 दिसंबर तक अवकाश की घोषणा कर दी है। इसके बावजूद बुधवार को निजी विद्यालयों में आठ तक छात्रों की कक्षाओं का संचालन किया गया। ऐसे में नन्हें-मुन्ने बच्चों को ठंड में स्कूल जाने को विवश होना पड़ा। बुधवार को टेंपो, रिक्शों एवं स्कूली वाहनों में सवार बच्चे ठंड के बीच स्कूल पहुंचे। वहीं सर्द हवाओं के थपेड़े सहते हुए वापस घर लौट रहे हैं। जिलाधिकारी विवेक ने बताया कि आदेश के बावजूद अगर विद्यालय खोले गए हैं तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
ट्रेनों की स्थिति : कैफियत अप-डाउन ट्रेनें निरस्त कर दी गई। मथुरा-पटना, सरयू-जमुना 21 घंटे विलंब से चल रही है। शेष ट्रेनें छह से सात घंटे देर से चल रही हैं।