अधिवक्ताओं ने मार्ग जाम कर किया प्रदर्शन
भीटी (अंबेडकरनगर) : आंदोलित अधिवक्ताओं ने शासन व मंत्री विरोधी नारेबाजी करते हुए कस्बे में घूमकर प्र
भीटी (अंबेडकरनगर) : आंदोलित अधिवक्ताओं ने शासन व मंत्री विरोधी नारेबाजी करते हुए कस्बे में घूमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्य चौराहे पर पहुंचकर मार्ग जामकर दिया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्राप्त कर एसडीएम ने जाम समाप्त कराया। मामला भीटी तहसील का है।
तहसील की 19 ग्राम पंचायतों के 39 राजस्व गांवों को अकबरपुर तहसील में मिलाए जाने संबंधी प्रस्ताव महीनों पहले राज्यमंत्री शंखलाल मांझी ने राजस्व परिषद को दिया था। राजस्व परिषद के सचिव द्वारा गत अक्टूबर माह में प्रस्ताव के परिप्रेक्ष्य में एसडीएम भीटी से रिपोर्ट मांगी गई। इसके विरोध में भीटी के अधिवक्ता गत 18 अक्टूबर से न्यायालयों का बहिष्कार कर आंदोलित हैं। इस बाबत वे डीएम, एसडीएम को पूर्व में ज्ञापन भी सौंप चुके हैं। आंदोलन शुरू हुए करीब दो माह बीत गए, लेकिन अधिकारियों द्वारा समस्या के निदान की दिशा में पहल नहीं किया जा सका। इससे क्षुब्ध अधिवक्ताओं का धैर्य बुधवार को जवाब दे गया और वे संगठित होकर स्टांप बेंडरों, मुंशी व बाजारवासियों के साथ सड़क पर उतर गए। तहसील के प्रवेशद्वार के सामने भीटी-महरुआ मार्ग पर एकत्र होकर मंत्री व शासन विरोधी नारेबाजी की। इसके बाद पूरे कस्बे में भीड़ के साथ प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्य चौराहे पर पहुंचकर मार्ग जाम कर दिया। इससे महरुआ, गोशाईगंज, हैदरगंज, सेमरी मार्ग पर आवागमन ठप हो गया। निरीक्षक सुमेश्वर सिंह ने अधिवक्ताओं से वार्ता कर मार्ग खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा। सूचना पर पहुंचे एसडीएम संतोष कुमार वैश्य ने वार्ता की और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्राप्त कर जाम हटवाया। अनहोनी की आशंका से भीटी, महरुआ, अहिरौली थाने की पुलिस व डेढ़ सेक्शन पीएसी के जवान लगाए गए थे। प्रदर्शन में बार अध्यक्ष सत्यप्रकाश शुक्ल के नेतृत्व में हरीश मिश्र, रामअनुज पांडेय, श्याम भवन पांडेय, देवेंद्र सिंह, उदय प्रताप आदि शामिल थे।