स्वच्छता मुहिम को सफल बनाने निकले नागरिक
अंबेडकरनगर : नगर में स्वच्छता की मुहिम को मंजिल तक पहुंचाने के लिए लोग सरकारी मशीनरी के भरोसे न रहक
अंबेडकरनगर : नगर में स्वच्छता की मुहिम को मंजिल तक पहुंचाने के लिए लोग सरकारी मशीनरी के भरोसे न रहकर खुद ही फावड़ा, झाड़ू लेकर मार्ग, नालियों तथा परिसर की सफाई करने को आतुर दिखने लगे हैं। मंगलवार को बभनगवां मोहल्ले में नागरिकों ने सफाई कर जागरण की स्वच्छता मुहिम को आगे बढ़ाया।
भारी ठंड तथा कोहरे के बावजूद भी गंदगी पर वार करने के लिए नागरिकों का जोश कम होता नहीं दिख रहा है। इसी कड़ी में नागरिकों ने सफाई का बीड़ा उठाते हुए मोहल्ले के मार्गो के दोनों तरफ जमें कूडे़ के ढेर को हटाने के साथ नालियों के पानी बहने में अवरोधक बन रहे कचरे को बाहर निकाल कर कूडे़दान में डाला। साथ ही परिसर में बिखरी गंदगी तथा जमें घास-फूस को फावड़े से छीलकर साफ किया गया। एकत्रित पॉलीथिन की होली जलाई गई। दर्जनभर नागरिकों के मेहनत से थोड़ी देर बाद गंदगी युक्त मार्ग व नालियां चमाचम दिखने लगीं। अभियान में राजदेव यादव, विजय राजभर, सुरेंद्र कुमार, संजय यादव, पवन, मस्तराम, रामनाथ राजभर, महेंद्र कुमार, शिवमूर्ति, रामगिरि आदि शामिल रहे।
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अभियान को सराह रहे प्रबुद्धजन
अंबेडकरनगर : शिक्षक रवींद्र विश्वकर्मा ने कहा कि जागरण ने नगर को स्वच्छ बनाने के लिए जो बीड़ा उठाया था, नागरिक उसे मंजिल तक पहुंचा रहे हैं। डॉ. सिकंदर सिंह ने कहा कि इस अभियान से ही नगर के अधिकतर मोहल्ले साफ-सुथरे दिखने लगे हैं। अधिवक्ता मुनेंद्र कुमार पाठक ने कहा कि जागरण का अभियान सराहनीय है। ऐसे अभियान समय-समय पर चलने चाहिए। व्यवसायी सुनील यादव ने कहा कि स्वच्छता अभियान से ही प्रेरित होकर आम नागरिक गंदगी पर वार करने को तत्पर दिख रहा है।
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शिवालाघाट मलिन, खत्रियाना चमाचम
अंबेडकरनगर : जनप्रतिनिधि, डॉक्टर, व्यवसायी वर्ग के आवास स्थित होने से नगर का शिवालाघाट रिहायशी मोहल्लों में गिना जाता है, लेकिन यहां गंदगी का साम्राज्य है। ऐसे में नागरिकों को स्वच्छ हवा मिलना बेमानी साबित हो रहा है। कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे होने के साथ नालियां भठी हुई हैं। सफाई कर्मियों की आमदरफ्त महीनें में कभी-कभार हीे होती है। कूडे़दान नहीं रखे होने से लोग घरों से निकले कचरे को जहां तहां फेंक देते हैं। हैरत की बात तो यह कि नगरपालिका के कर्मी अन्य मोहल्ले के कूडे़ के ढेर को साफ कर यहां डाल देते हैं। नतीजतन समूचे मोहल्ले में मार्ग, नाली तथा खाली परिसर में गंदगी फैली हुई है। स्थानीय निवासी संगीता, रामचरन, सुरेश शर्मा आदि ने बताया कि सफाई कर्मी नहीं आने से गंदगी फैली रहती है। वहीं नगर के खत्रियाना मोहल्ले में सफाई की व्यवस्था चाक-चौबंद है। मार्ग, नालियों से लेकर खाली परिसर चमाचम हैं। मुहल्ले में सफाई का सबसे बड़ा कारण यहां नगरपालिका अध्यक्ष का आवास स्थित होने के साथ ही लोगों की जागरूकता भी है। प्रतिदिन सफाई होने के साथ ही कूडे़दान भी कई जगह रखे गए हैं। चूने का छिड़काव भी रोजाना मार्गो के किनारों पर किया जाता है। स्थानीय निवासी राजू, महेंद्र गुप्ता, राम अकबाल आदि ने बताया कि लोग अपने घर के आसपास तो सफाई करते हैं, साथ ही पालिका अध्यक्ष का आवास स्थित होने के कारण स्वच्छता बरकरार है।
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फोटो: 9एएमबी23
-रिहायशी इलाके व तालाब में फेंक रहे कचरा
किछौछा : बसखारी बाजार में सफाई के प्रति कोई ठोस कदम न तो यहां के नागरिकों द्वारा उठाया जा राहा है और न ही ग्राम पंचायत स्तर से इसके लिए कोई विशेष प्रबंध किया गया है। कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था करने के बजाय कचरे को रिहायशी व व्यस्त क्षेत्र में फेंक दिया जाता है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका है। बाजार से सटे किछौछा मार्ग व बसखारी मार्ग के किनारे कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं। सबसे भयावह स्थिति टांडा मार्ग पर है। यहां तालाब में ठोस व अपशिष्ट कचरे को फेंका जाता है, जिसके कारण सड़न पैदा होती है। इसके चलते जहां तालाब के जलीय जीव मर रहे हैं, वहीं जल का प्रदूषण बड़े स्तर पर हो रहा है। इस तालाब में बसखारी बाजार में संचालित होने वाले नर्सिग होम का भी कचरा भी फेंका जाता है। भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं अल्पसंख्यक मोर्चा सदस्य काजी नजमुल हुदा उर्फ मुन्ना भाई ने इस समस्या की तरफ प्रशासन के ध्यान न देने पर चिंता व्यक्त की। अखिल भारतीय ब्राह्माण महासभा के ब्लॉक अध्यक्ष मंगला प्रसाद मिश्र, शरद यादव, युवा बसपा नेता सुरेंद्र यादव आदि ने अविलंब कूड़े के निस्तारण की उचित व्यवस्था की मांग की है।