अब तक नहीं हो सका परीक्षा केंद्रों का निर्धारण
अंबेडकरनगर : माध्यमिक शिक्षा परिषद के सख्त निर्देशों के बावजूद परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्
अंबेडकरनगर : माध्यमिक शिक्षा परिषद के सख्त निर्देशों के बावजूद परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया कच्छप चाल है। कारण इसके लिए निर्धारित समय सीमा बीत चुकी है लेकिन अब तक परीक्षा केंद्रों की सूची जारी नहीं हो सकी।
माध्यमिक शिक्षा के प्रमुख सचिव डॉ. सूर्य प्रताप सिंह ने परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए गत 18 अक्टूबर से 19 नवंबर तक प्रक्रिया पूरा किए जाने का निर्देश दिया था। साथ ही 25 अक्टूबर तक सूची प्रकाशित हो जानी थी। इसके बाद पांच नवंबर तक आपत्तियां स्वीकार की जानी थीं। शासन की ओर से उक्त निर्देश को जिला स्तर पर पहुंचने में ही देरी हुई। तय तिथि से करीब दस दिन विलंब से पहुंचे निर्देश का अनुपालन आनन-फानन में शुरू किए जाने पर भी डीआइओएस कार्यालय करीब सप्ताहभर पिछड़ चुका है। खास बात है कि निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक परीक्षा केंद्रों के निर्धारण तथा इसके सार्वजनिक किए जाने के बाद प्रत्यावेदन तथा आपत्तियां स्वीकार किए जाने के लिए 11 दिन का वक्त दिया गया था। जबकि निर्धारण में देरी के चलते यह समय महज पांच दिन का ही मिल रहा है। बताते चलें कि गत वर्ष की परीक्षा के दौरान बनाए गए परीक्षा केंद्रों को इस बार भी अनुमोदन दिए जाने की तैयारी की जा रही है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के मुताबिक संबंधित सभी तहसीलों के उप जिलाधिकारियों की ओर से चिह्नित परीक्षा केंद्रों का भौतिक सत्यापन पूरा कर लिया गया है। इसे जिला समिति की बैठक में अनुमोदन मिलने का इंतजार है। इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. आरपी वर्मा ने बताया कि जिला समिति के बैठक में अनुमोदन मिलने के बाद सूची मंडलीय समिति के समक्ष रखा जाएगा।
घट गई परीक्षार्थियों की संख्या : गत वर्ष की परीक्षा के दौरान 98 हजार 253 परीक्षार्थियों के सापेक्ष इस साल कमी आयी है। जिले में 4087 की कमी के साथ इस साल कुल 94 हजार 166 परीक्षार्थी शामिल होंगे। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक हाइस्कूल में 23 हजार 680 बालक तथा 26 हजार 770 बालिकाओं समेत कुल 50 हजार 450 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए 18 हजार 641 बालक तथा 25 हजार 75 बालिका समेत कुल 43 हजार 716 परीक्षार्थी पंजीकृत किए गए हैं। खास बात है कि उक्त परीक्षा में कुल 42 हजार 321 बालक तथा 51 हजार 845 बालिकाएं शामिल हो रही हैं। ऐसे में उक्त परीक्षा के दौरान छात्रों के सापेक्ष 9524 छात्राएं अधिक शामिल हो रही हैं।