प्रतिबंधों को तोड़ने में थम सकता है जीवन का सफर
अंबेडकरनगर : रेलवे फाटक के बंद होते ही नीचे से पार होने की जुगत कभी भी जान पर भारी पड़ सकती है। जल्दी
अंबेडकरनगर : रेलवे फाटक के बंद होते ही नीचे से पार होने की जुगत कभी भी जान पर भारी पड़ सकती है। जल्दी में मंजिल तक पहुंचने के बजाय ऐसे लोग काल का ग्रास बन सकते हैं।
गौरतलब है कि अकबरपुर रेलवे जंक्शन के पूर्वी एवं पश्चिमी छोर पर रेल पटरियों को पार किए जाने का सिलसिला राहगीर ट्रेनों के गुजरने तक जारी रखते हैं। इसमें से पश्चिमी छोर पर तो रेल प्रशासन ने क्रासिंग को बंद कर दिया है। बावजूद इसके इसका इस्तेमाल कर प्रतिदिन हजारों की संख्या में राहगीर व छात्र आगे बढ़ते हैं। वजह शहर के एक हिस्से को दूसरे हिस्से से जोड़ने के लिए यही मुख्य मार्ग रहा है। जबकि बीते वर्षो में जाम की समस्या से निपटने के लिए यहां उपरिगामी मार्ग का निर्माण कराया गया। साथ ही इसे बंद कर दिया गया। पैदल यात्रियों से लेकर साइकिल यात्रियों को उपरिगामी मार्ग से आगे जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इसी बंद रेलवे क्रासिंग का इस्तेमाल किया जाता है। रेलवे लाइन पार करने के लिए बाइक व साइकिल सवार जान का जोखिम उठाने से गुरेज नहीं करते।