शहीदों के परिवारीजनों का करें सम्मान
अंबेडकरनगर : शहीदों के परिवारीजनों का पुलिस के जवान सम्मान करें। इन परिवारों की किसी भी प्रकार की सम
अंबेडकरनगर : शहीदों के परिवारीजनों का पुलिस के जवान सम्मान करें। इन परिवारों की किसी भी प्रकार की समस्याओं का शीघ्र निदान करने का प्रयास करें। यह बातें पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार श्रीवास्तव ने कहीं। वह पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइंस प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
एसपी ने पुलिस लाइंस स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प गुच्छ चढ़ाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एसपी ने कहा कि जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी है, उनको कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके परिजनों के सम्मान में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। इस दौरान प्रदेश में शहीद 126 जवानों के नाम पढ़कर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारियों, थानाध्यक्षों एवं अन्य पुलिस कर्मियों ने पुष्प गुच्छ चढ़ाकर शहीदों की कुर्बानी को याद किया। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की गई। श्रद्धांजलि सभा के दौरान बलिया जिले में शहीद हुए कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र के बूढ़नपुर गोदान निवासी उपनिरीक्षक रमाकांत मौर्य की पत्नी सुमित्रा मौर्य को पुलिस अधीक्षक ने शाल व पांच हजार रुपये भेंटकर सम्मानित किया। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक पंकज पांडेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी (सदर) इंदु सिद्धार्थ, भीटी के एसके तेवतिया, व टांडा के सत्यम, समेत सभी थानाध्यक्ष एवं पुलिस के जवान मौजूद रहे।
इसलिए मनाया जाता है स्मृति दिवस
1969 में भारत-चीन सीमा पर तैनात अर्द्ध सैनिक बल के जवानों पर घात लगाकर हमला किया गया था। इसमें दस जवान शहीद हुए थे। इन्हीं शहीदों की याद में पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें पुलिस, पीएसी अथवा अर्द्ध सैनिक बल के शहीद जवानों को याद कर श्रद्धांजलि दी जाती है।