चढ़ा आलू बीज का पारा किसान जेब देख हारा
अंबेडकरनगर : आलू बीज की बढ़ती कीमतें आलू की खेती करने वाले किसानों पर भारी पड़ रही है। आसमान छूते आलू
अंबेडकरनगर : आलू बीज की बढ़ती कीमतें आलू की खेती करने वाले किसानों पर भारी पड़ रही है। आसमान छूते आलू बीज के दाम इस वर्ष आलू परिक्षेत्र को कम करने के लिए आलू उत्पादकों को विवश कर देगा।
आलू बीज की महंगाई से किसान आलू की खेती से मुंह फेर रहे है। उद्यान विभाग की तरफ से भी उन्हें अब तक कोई सुविधा मिलने की उम्मीद नहीं है। सरकारी बीज व अन्य सुविधाओं के प्रति विभाग रवैया उदासीन बना हुआ है। ऐसे में किसान बाजार से ऊंचे दामों पर आलू बीज खरीदने के लिए मजबूर है। आलू किसानों के लिए नगदी फसल साबित होती है। आलू बोआई का समय चल रहा है। एक अक्टूबर से आलू की बोआई शुरू हो जाती है। जबकि अगैती प्रजाति की आलू 15 सितंबर से ही बोयी जाती है। जिले में गत वर्ष 4500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू का उत्पादन किया गया था, लेकिन इस वर्ष आलू बीज की बढ़ती कीमतें किसानों को सोचने के लिए मजबूर कर दी है। नगर के शहजादपुर आलू मंडल में बीज तो उपलब्ध है, लेकिन उसका रेट पूछने के बाद किसान हैरत में पड़ जाते है। यदि उन्हें एक बीघा परिक्षेत्र मं आलू की खेती करनी है तो वह दस बिस्वा में ही खेती करने का साहब जुटा पा रहे है। आलू विक्रेता राजकुमार ने कहा कि आलू का बीज इस वर्ष काफी महंगा है। कारण कि गत वर्ष आलू की फसल में रोग लगने के कारण उत्पादन कम हुआ था। उन्होंने बताया कि बाजार में कुफरी बादशाह, राजेंद्र वन, हालैंड, लाल कंचन, 3797 आदि प्रजाति के आलू बीज उपलब्ध है। गत वर्ष राजेंद्र वन आलू बीज की कीमत 2100 रुपये प्रति क्विंटल थी। जबकि इस वर्ष 3500 रुपये प्रति क्विंटल बि रही है। सी-वन प्रजाति गत वर्ष 2000 रुपये प्रति क्विंटल थी, लेकिन इस वर्ष 2400 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गई। 3797 प्रजाति का आलू बीज का दाम 2600 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
किसानों ने बयां किया दर्द : आलू की बढ़ती कीमतों से किसान सोचने के लिए मजबूर है। शहजादपुर आलू मंडल में बीज की खरीददारी करने पहुंचे खालिसपुर निवासी कृषक कृष्णा प्रसाद ने कहा कि इतना महंगा आलू का बीज इसके पूर्व कभी नहीं था। संघतिया निवासी रमाशंकर ने कहा कि उद्यान विभाग में कम रेट आलू बीज मिल जाता था, लेकिन इस वर्ष अभी तक आलू का बीज ही नहीं आया। दियरा निवासी देवनरायन व बसखारी निवासी कृषक राधेश्याम ने कहा कि किसान को आलू की खेती करने से उसके भंडारण तक समस्याओं से जूझना पड़ता है। आलू बीज की महंगाई के चलते इस वर्ष आलू खेती का क्षेत्रफल कम करना पड़ेगा। कारण कि आलू की खेती के लिए सरकारी स्तर से भी कोई सुविधा मिलने की उम्मीद नहीं है।
20 तक उपलब्ध होगा बीज : प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी इसहाक अंसारी ने कहा कि शासन स्तर से सौ क्विंटल आलू बीज एलाट हुआ है। जिसमें कुफरी बादशाह व सिक सोना प्रजाति के आलू बीज की आपूर्ति की जाएगी। बीज का रेट 1500 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल है। आगामी 15 से 20 अक्टूबर तक आलू बीज उपलब्ध हो जाएगा।