मानसिक रोगियों में इजाफा चिंताजनक
अंबेडकरनगर : देश में मानसिक रोगियों की तादाद में लगातार हो रहा इजाफा चिंताजनक है। ऐसे में इस पर रोक
अंबेडकरनगर : देश में मानसिक रोगियों की तादाद में लगातार हो रहा इजाफा चिंताजनक है। ऐसे में इस पर रोक लगाना नितांत आवश्यक है। यह रोगियों के उचित देखरेख एवं बेहतर उपचार से ही संभव है।
उक्त बातें सिविल जज (सीनियर डिवीजन) व सचिव महेश चंद्र वर्मा ने कहीं। वह महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित विधिक साक्षरता शिविर को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह दिवस वर्ष 1992 से मनाया जा रहा है। वर्ष 2001 में देश में मानसिक रोगियों की संख्या दस करोड़ थी। जिसमें काफी इजाफा हो चुका है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों के साथ भेदभाव न करें, इनके साथ सामान्य व्यवहार करते हुए इन्हें खुश रखने का प्रयास करें। परिवारीजनों के साथ ही समाज इन रोगियों का सहयोग करे। मानसिक रोग से ग्रसित व्यक्ति का उपचार ऐसे अस्पतालों में कराएं, जहां उनकी खासतौर पर देखभाल की जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व में परिवारों में बंटवारा नहीं होता था। तत्समय परिवार का मुखिया ही जिम्मेदार होता था। अब लोग अलग रहते हैं। ऐसे में अवसाद ग्रसित होकर मानसिक रोग की चपेट में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों पर पढ़ाई का बोझ इतना बढ़ा दिया जाता है, जिससे अवसाद ग्रसित होकर बच्चों को गलत कदम उठा बैठते हैं। प्राचार्य डॉ. पीके सिंह एवं डॉ. एनसी यादव ने मानसिक रोगियों के उपचार की विधि एवं देखभाल के तरीकों की जानकारी प्रदान की। इस मौके पर नायब तहसीलदार राजकुमार, डॉ. एके गुप्त, डॉ. जेके वर्मा, डॉ. सुजीत राय, डॉ. प्रमोद यादव, अलीगंज एसओ बृजनंदन सिंह, पंकज नायक आदि मौजूद रहे।