पठन-पाठन पर भारी भोजन की मारामारी
अंबेडकरनगर : परिषदीय विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में पठन-पाठन की व्यवस्था पर भोजन की मारामारी भारी पड़ रही है। कारण बच्चे जहां बेसब्री से भोजन का इंतजार करते हैं, वहीं शिक्षक व कार्यकर्ता इसकी व्यवस्था में तल्लीन नजर आते हैं। व्यवस्थागत लापरवाही के चलते एमडीएम के चूल्हे ठंडे पड़े हैं।
शनिवार को जागरण टीम ने ब्लॉक अंतर्गत पूर्वाह्न 11.30 बजे प्राथमिक विद्यालय नंदापुर का जायजा लिया। यहां भूखे बच्चे एमडीएम बंद होने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र पर 10 बच्चों के लिए आए हाट कुक पर ही टूट पड़े। कुछ को तो कार्यकर्ता पुष्पा वर्मा एवं सहायिका अनारा देवी ने कतार में बैठा खिलाया और कुछ बच्चे भोजन भरा कटोरा लेकर गेट के सामने खाते मिले। कार्यकर्ता का कहना है कि एमडीएम बंद होने के चलते विद्यालय के बच्चों को मानवीय आधार पर सभी को हाट-कुक का भोजन देना पड़ता है। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका लाडली बानो का कहना है कि कनवर्जन कास्ट के अभाव के चलते नौ सितंबर से मिड-डे-मील बंद है। इसके पूर्व निजी खर्च से मिड-डे-मील खिलाया गया है। विद्यालय में पंजीकृत 83 छात्रों में 47 उपस्थित रहे। जिसमें कक्षा चार व पांच के बच्चे अपने ब्लॉक एवं तहसील का नाम नहीं बता सके। विद्यालय में सहायक अध्यापिका साधना देवी मौजूद रहीं। जबकि शिक्षामित्र सीमा सिंह को प्रशिक्षण में शामिल होना बताया गया। रसोइया रामरती मौजूद थीं जबकि दूसरी रसोइया आयी ही नहीं थी। रसोईघर का चूल्हा ठंडा पड़ा मिला। विद्यालय के रख-रखाव का हाल यह है कि बिजली कनेक्शन होने के बाद न तो तार मिला न ही पंखे दिखे। गैस सिलेंडर खरीदा गया, लेकिन उस पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। इसका मुकदमा तक नहीं दर्ज हो सका। सफाईकर्मी के अभाव में समूचे परिसर में गंदगी का साम्राज्य दिखा। गंदगी के ही चलते विद्यालय के शौचालय में ताले लटके हैं।