धरना-प्रदर्शन के बीच जमकर हुई नारेबाजी
अंबेडकरनगर : शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर धरना-प्रदर्शन के नाम रहा। कार्यालय खुलने से पहले ही कलेक्ट्रेट पहुंचे आंदोलनकारियों के नारे दोपहर बाद तक कलेक्ट्रेट में गूंजते रहे। चकबंदी समिति से लेकर भारत की जनवादी नौजवान सभा तथा विश्वहिंदू महासंघ के बैनर तले समस्याओं और मांगों को बुलंद किया गया। जिलाधिकारी विवेक को ज्ञापन सौंपने के बाद आंदोलन शांत हुआ। मामले का निस्तारण शीघ्र नहीं होने पर आंदोलन दोबारा शुरू किए जाने की चेतावनी दी गई।
चकबंदी समिति के अध्यक्ष चंद्रदेव के नेतृत्व में भीटी तहसील क्षेत्र के रासलपारा गांव के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आंदोलित किसानों ने चकबंदी प्रक्रिया में धांधली और मनमानी किए जाने का आरोप लगाते हुए दबंगों का साथ दिए जाने की शिकायत की। कलेक्ट्रेट पहुंचे संतराम, बदामा देवी, शीतला प्रसाद, रामनाथ, शिवकुमार, मुनेसर, रामजीत, पतिराम, झुरई, रामकरन, सूबेचंद, श्रीप्रसाद, पल्टूराम, हरीराम, रामबहादुर व रामकिशोर समेत 50 की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने ग्राम समाज की भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने तथा दोबारा चकबंदी कराए जाने की मांग की। आरोप लगाया गया कि दबंगों के प्रभाव में चकबंदी रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी शिकायत अधिकारियों से किए जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। मामले में डीएम से कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई।