मायूस लौटे पीड़ित, मात्र 16 मामलों का निस्तारण
अंबेडकरनगर : शिकायतों के निस्तारण के लिए पुलिस महकमें में आयोजित समाधान दिवस से पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। थानों में शुक्रवार को 65 मामले प्रस्तुत हुए, जिनमें से महज 16 शिकायतों का निस्तारण किया जा सका। इस दौरान लेखपालों के कार्य बहिष्कार का खासा असर रहा। डीएम विवेक व एसपी किरण एस ने महरुआ थाने में लोगों की शिकायतें सुनीं लेकिन यहां एक भी मामले का निस्तारण नहीं हो सका।
शासन की मंशा के अनुरूप शनिवार को जिले के सभी थानों में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। महरुआ थाने में डीएम व एसपी पीड़ितों से रूबरू हुए। यहां राजस्व के दो एवं पुलिस से संबंधित पांच मामले आए लेकिन एक भी मामले का निस्तारण नहीं किया जा सका। कोतवाली अकबरपुर में क्षेत्राधिकारी सदर सुरेंद्र कुमार तेवतिया, तहसीलदार सुनीत कुमार त्रिवेदी एवं प्रभारी कोतवाल की मौजूदगी में पांच मामले प्रस्तुत हुए। यहां महज एक मामले का निस्तारण किया गया। इसी प्रकार जैतपुर में चार में एक, जलालपुर में आठ में एक, जहांगीरगंज व आलापुर में एक-एक, राजेसुल्तानपुर में दस में दो, हंसवर आठ में तीन, अलीगंज में तीन में एक, बेवाना में दो में एक, अहिरौली में सात में चार, भीटी में तीन में एक मामले का निस्तारण हुआ। इसी प्रकार महिला थाने में दो, टांडा में आए चार मामले में एक का भी निस्तारण नहीं किया जा सका। वहीं सम्मनपुर, मालीपुर, इब्राहिमपुर एवं बसखारी थाने में लोग समाधान दिवस से किनारा कसे रहे। अपर पुलिस अधीक्षक पंकज ने बताया कि लंबित मामले के निस्तारण के लिए पुलिस व प्रशासनिक टीम गठित की गई है।