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घाघरा खतरे के निशान से ऊपर

By Edited By: Published: Wed, 23 Jul 2014 11:40 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jul 2014 11:40 PM (IST)
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर

अंबेडकरनगर : घाघरा नदी का वेग उफान पर है। नदी के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। नदी का जल स्तर बुधवार की दोपहर खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। वहीं नदी की तेज धार से कटान भी शुरू हो गयी है।

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इल्तिफातगंज संवादसूत्र के मुताबिक नदी के खतरे का निशान 92.730 मीटर है। यह दोपहर 12 बजे तक 92.885 पर पहुंच गया जो साढ़े 14 सेंटीमीटर अधिक है। नदी का पानी लगातार आबादी वाले क्षेत्रों में बढ़ रहा है। माझा क्षेत्र में स्थित गांव मांझा उल्टहवा, मांझा कला, मांझा डुहिया, नैपुरा, अवसानपुर आदि गांव पानी से घिरा हुआ है। वहीं नगर के मेहनिया, नेहरूनगर मोहल्ले में नदी का पानी आबादी की तरफ बढ़ रहा है। नदी में जारी उफान के साथ ही नदी के पानी ने तटीय क्षेत्रों में कटान शुरू कर दिया है। बुधवार को नदी की धारा ने तहसील क्षेत्र के नौरहनी गांव में लगभग 10 मीटर तक कटान किया। इससे यहां आबादी क्षेत्र के रहने वालों में भय का माहौल है। मांझा उल्टहवा व डुहिया में कटान की स्थिति है। इसके अलावा छज्जापुर उत्तरी, निवासी वंशराज, नेहरूनगर निवासी सोहनलाल कनौजिया व रामचंद्र मांझी के मकान नदी के पानी से घिरे हैं। उप जिलाधिकारी सोमदत्त मौर्य ने बताया कि नदी के जल स्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। अभी किसी प्रकार की कोई दिक्कत कहीं नहीं है। प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

ग्रामीणों ने की बचाव की मांग

इल्तिफातगंज : नदी के जल स्तर में जारी बढ़ोतरी के बीच मांझाकला गांव में नदी के किनारों पर कटान हो रही है। कटान की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र भेजकर बाढ़ से उत्पन्न हो रहे कटान की स्थिति से निजात दिलाने की मांग की है। ग्रामीण बुद्धिराम, माता प्रसाद, सियाराम, मिलन ने बाढ़ राहत कार्य समय से शुरू कराए जाने की मांग की है।

गांव व विद्यालय पानी से घिरे

राजेसुल्तानपुर : घाघरा नदी के पानी ब्रहमचारी कुटी घिनहापुर और बंधे के करीब निर्माणाधीन एक विद्यालय तक पहुंचकर तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में खलबली मचा बदी है। मांझा कम्हरिया और आराजी देवारा ग्राम पंचायत के पुरवे करिया लोनिया, प्रसाद का पूरा, हंसू का पूरा सहित दर्जनों पुरवों में गत वर्ष आयी बाढ़ से यहां के वाशिंदें अभी उबर नहीं पाए कि पुन: वही स्थिति आने से ग्रामीण भयभीत हैं। आराजी देवारा स्थित प्राथमिक विद्यालय तक जाने के लिए प्रशासन स्तर से कोई नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। बच्चों की पढ़ाई बाधित है। अराजी देवारा के प्रधान श्याम नरायन ने बताया कि विद्यालय तक जाने के लिए बंधे से विद्यालय तक मिट्टी डालकर सड़क बना दी गई है। पानी बढ़ने से आवागमन ठप हो गया है। मांझा कम्हरिया के प्रधान सतीराम यादव कहते हैं कि घाघरा नदी का जल स्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो पूर्व की भांति सभी गांवों में पानी भर जाएगा। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। आलापुर उप जिलाधिकारी मिश्रीलाल ने बताया कि लेखपालों को प्रभावित इलाकों में नजर रखने के लिए निर्देशित किया गया है। नावों की व्यवस्था जल्द की जाएगी।


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