चौदह घंटे के सफर में आठ घंटे लेट हो रहीं ट्रेनें
अंबेडकरनगर : लगातार तीसरे दिन बदहाल रेल यातायात ने यात्रियों के लिए मुसीबत खड़ी कर रखी है। नतीजतन चौदह घंटे के सफर में आठ से दस घंटे तक ट्रेनें विलंबित रहीं। इंतजार में यात्री प्लेटफार्म पर परेशानी झेलते रहे। वहीं आरक्षित टिकट निरस्त कराए जाने के लिए भी काउंटर पर भीड़ उमड़ी।
गौरतलब है कि अकबरपुर जंक्शन से गुजरने वाली सुपर फास्ट, एक्सप्रेस तथा पैसेंजर ट्रेनों में दर्जनभर विलंबित रहीं। लखनऊ से बनारस व आजमगढ़ की ओर जाने वाली ट्रेनों में बरेली-वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेन को करीब 14 घंटे में 558 किलोमीटर की यात्रा तय करनी होती है। यह ट्रेन आठ घंटे विलंब से चली। इसके अलावा कोटा-पटना एक्सप्रेस पांच घंटे विलंबित रही। वहीं कैफियत, साबरमती व छपरा एक्सप्रेस ट्रेनें छह घंटे विलंबित रही। इसके अलवा वाराणसी से लखनऊ की ओर जाने वाली ट्रेनों में मरुधर एक्सप्रेस, दून, किसान व पैसेंजर अलावा अन्य ट्रेनें विलंबित रहीं। किछौछा से लखनऊ जाने के लिए निकले अमानुल्ला ने बताया कि वह प्लेटफार्म पर चार घंटे से बैठे हैं, अभी ट्रेन नहीं आयी। महरुआ की रागिनी सिंह को बनारस जाना था लेकिन ट्रेन के घंटों विलंबित होने के कारण वह बच्चों के साथ परेशान रहीं। दीपक को लखनऊ जाना था, ट्रेन आने में देरी होते देख वह बस से रवाना हुए। बताते चलें कि गत शनिवार से ही ट्रेनों के विलंबित होने का क्रम जारी है। सोमवार को ट्रेनों के अधिक विलंबित होने से जरूरत मंद यात्रियों को अन्य साधनों के जरिए गंतव्य के लिए रवाना होना पड़ रहा है। मासिक टिकट पर रोजमर्रा यात्रियों को ट्रेनों के विलंबित होने से सड़क मार्ग का इस्तेमाल कर अतिरिक्त जेब ढ़ीली करनी पड़ रही है।