वरीयता : आर्थिक, सामाजिक स्तर पर सशक्त बदलाव लाने वाले को..
अंबेडकरनगर : पहली बार लोकसभा चुनाव में शामिल हो रहे युवा मतदाता योग्यता के अनुसार रोजगार दिलाने वाली सरकार को ही चुनेंगे। कद्दावर नेता को लेकर युवाओं के मन में कोई रुझान नहीं है, बस दिमाग में रोजगार तथा सामाजिक स्तर पर बदलाव की सशक्त स्थिति लाने वाले को ही लाने की इच्छा जाहिर की।
पहली बार लोकसभा चुनाव में मतदान को तैयार टांडा क्षेत्र की आरती अग्रहरि मानती हैं कि युवा अपना भविष्य पढ़ाई तक स्वयं तय करता है। इसके बाद रोजगार के लिए उसे बेहतर सरकार की जरूरत होती है। ऐसे में अनुभवी तथा युवा सोच रखने वाले नेता को ही बेरोजगारी के दर्द का अहसास कराया जा सकता है। हिना परवीन कहती हैं कि मां-बाप की गाढ़ी कमाई लगाने के बाद उच्च शिक्षा हासिल की है। अब योग्यता के अनुसार रोजगार चाहिए। रोजगार उपलब्ध कराने वाली सरकार के हक में मतदान करेंगी। तौसीफ अहमद कहते हैं कि शिक्षा को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाए जाने की बेहद जरूरत है। शिक्षा में प्रतिस्पर्धा से व्यक्ति एवं देश का विकास होता है। शिक्षा माफिया पर अंकुश लगाने वाले नेता को चुनने के लिए मतदान किया जाएगा। जिससे योग्य युवाओं को उसका हक आसानी से मिल सके। लवी श्रीवास्तव कहते हैं कि दागी नेता के बल पर विकास की उम्मीद किया जाना ठीक नहीं है। ऐसे नेता चुनाव के बाद गायब हो जाते हैं। ऐसा नेता चुना जाएगा, जिसे अपने प्रतिनिधित्व तथा जनता के प्रति अपने दायित्वों का अहसास हो।