मां कात्यायनी की श्रद्धालुओं ने उतारी भव्य आरती
अंबेडकरनगर : त्याग, तपस्या व वैराग्य की देवी मां कात्यायनी के स्वरूप के पूजन-अर्चन के लिए सुबह से ही मंदिरों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सुगंधित पुष्प अर्पित कर माता को लाल चुनरी व नारियल चढ़ा श्रद्धालुओं ने माता से मुरादें मांगी। नवरात्र के छठें दिन मंदिरों पर मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की श्रद्धालुओं ने भव्य आरती उतारी। इससे पूर्व शुक्रवार की देर रात तक नगर के विभिन्न मुहल्लों में आयोजित हुए जगराते में भक्ति गीतों पर श्रद्धालु नाचते झूमते रहे।
मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप के बारे में मान्यता है कि महर्षि कात्यायन ने मां भगवती को अपनी पुत्री के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। महर्षि कात्यायन की पुत्री के रूप में जन्म लेने के बाद माता को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। शनिवार को शहजादपुर-दोस्तपुर मार्ग स्थित माता काली के मंदिर पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने मां कात्यायनी का पूजन-अर्चन कर भव्य आरती उतारी। दर्शन को उमड़े श्रद्धालुओं ने श्रृंगार के सामान से लेकर मेवा, मिश्री व मिष्ठान चढ़ाए। इसके अलावा नगर के अन्य मंदिरों पर पूजन-अर्चन जारी रहा। नगर के संघतिया मुहल्ले में शुक्रवार की रात्रि जागरण आयोजित हुआ। यहां राधा-कृष्ण तथा शिव-पार्वती के अलावा काली मां की भव्य झांकी तैयार की गई थी। रमेश जायसवाल द्वारा किए गए जगराते के आयोजन में नगर पालिका अध्यक्ष चंद्र प्रकाश वर्मा, विनोद कुमार, अनिल कुमार, सुनील कुमार, अंशु गुप्त, राजन मोदनवाल, राकेश सोनी, केके पांडेय, संदीप चौहान, अतुल सोनी, दीपक, बाबा रामबचन, दया शंकर, अमित शामिल रहे। गायक मंडल में सुल्तानपुर से आए धर्मेद्र पांडेय, राजवीर श्रीवस्तव व नैंसी लाडो ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। रविवार को मां दुर्गा के सातवें स्वरूप में कालरात्रि का आरती व पूजन किया जाएगा।