नवरात्र के शुभारंभ पर फूलों से सजा मां का दरबार
अंबेडकरनगर : सोमवार से शुरू हो रहे पावन नवरात्र पर्व की तैयारियों को लेकर जिले के सभी मंदिरों पर साफ-सफाई के बाद रंगबिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है। मंदिरों पर प्रात: काल से ही पूजन अर्चन शुरू होगा। सोमवार को मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा श्रद्धालु करेंगे।
वर्ष में चार बार आने वाले नवरात्र में चैत्र नवरात्र का विशेष महत्व होता है। चैत्र नवरात्र से ही विक्रम संवत का प्रारंभ होता है। इसके हिंदू नववर्ष के रूप में जाना जाता है। ब्रह्मा पुराण के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था। इसी दिन से भारत में काल की गणना शुरू हुई थी। माना जाता है कि नवरात्र में प्रकृति से विशेष तहर की शक्ति का उत्सर्जन होता है। इस विशेष शक्ति को ग्रहण करने के लिए ही इन दिनों में मां दुर्गा की पूजा करने का विधान है। इस पावन पर्व पर तीन प्रमुख हिंदू देवियों मां पार्वती, मां लक्ष्मी और मां सरस्वती क नौ रूपों में शैलपुत्री, ब्रह्माचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी तथा सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है। सोमवार से शुरू हो रहा नवरात्र पर्व आगामी आठ अप्रैल तक रहेगा। इन नौ दिनों में गृह प्रवेश, भूमि पूजन समेत सभी नवीन कार्यो का शुभारंभ किया जाता है। बताते चलें कि नवरात्र के नौ दिनों में श्रद्धालु सभी दिन अथवा शुरू व अंत के दिवस पर उपवास रखते हैं। सुबह व सायंकाल माता की भव्य आरती व पूजन आयोजित किया जाता है। माता को बेला, चमेली, कमल, गुलाब आदि पुष्पों को चढ़ाया जाता है। इसके अलावा आक, मदार, दूब तथा तुलसी नहीं अर्पित किया जाता है।