बिजली के जर्जर तार व गडढ़ायुक्त सड़के बनी मुसीबत
अंबेडकरनगर : जिला मुख्यालय के फैजाबाद मार्ग पर स्थित मीरानपुर वार्ड के कई मोहल्ले अभी विकास से अछूते है। यह मोहल्ले पालिका की उपेक्षा का दंश झेल रहे है। नगर में शुमार होने के बाद भी यहां चुस्त-दुरुस्त जनसुविधाओं का टोटा है। जल निकासी, गंदगी, स्ट्रीट लाइट एवं जर्जर बिजली आपूर्ति अहम समस्या बनी हुई है। वार्ड में बदहाली को लेकर स्थानीय नागरिक पालिका प्रशासन के रवैये से आहत है।
नगर पालिका परिषद के विस्तारीकरण के उपरांत गत पांच वर्ष पूर्व मीरानपुर अहिराना, मीरानपुर मध्य एवं मीरानपुर दक्षिणी मोहल्लों को शुमार कर यह वार्ड बनाया गया। हालांकि इस वार्ड के कुछ मोहल्ले पूर्व में भी पालिका में शुमार रहे है। वार्ड के गठन के बाद इस वार्ड के कई मोहल्लों को पालिका ने सुधि नहीं ली। नतीजतन यहां के वाशिंदे आज भी समस्याओं से जूझने को विवश है। वार्ड में बाधित जल निकासी अहम समस्या बनी हुई है। मीरानपुर अहिराना मोहल्ले की हालत काफी दयनीय है। यहां जल निकासी के लिए नाली का निर्माण नहीं हो सका है। जिनका निर्माण पूर्व में हुआ वह भी जर्जर हो चुकी है। वार्ड में नालियों में पानी का बहाव थम गया है। गंदगी से पटी नालियों से उठ रही दुर्गध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। वार्ड की साफ-सफाई के लिए नौ सफाईकर्मी वार्ड को मिले है, जो मुख्य मार्गो की सफाई में व्यस्त रहते है। मोहल्ले के अंदर सड़कों पर कूड़ों के ढेर लगे है। खाली पड़े भूखंड को कूड़े का डंपिंग स्पॉट बना दिया गया है। सफाई के अभाव में व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। वार्ड की कई सड़कें गडढ़ों में तब्दील हो गई है। इससे आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड में जर्जर बिजली आपूर्ति लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। वर्षो पूर्व लगाए गए बिजली तार जर्जर हो चले है। यदा-कदा टूट रहे तार खतरे का पर्याय बने हुए है। वार्ड में दूषित पेयजल आपूर्ति अहम समस्या बनी है। दूषित पेयजल आपूर्ति से लोगों को बीमारियों का भय सता रहा है। लोगों को हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ रहा है। वार्ड में खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटें शोपीस बनी हुई है। नतीजतन शाम होते ही गलियारों में अंधेरा कायम हो जाता है। वार्ड की बदहाली को लेकर यहां के वाशिंदे खासा आहत है।