माघ मेला से पहले गंगा को 'मोक्ष' दिलाएंगे युवा भगीरथ
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के 1250 छात्रों की टोली गंगा समग्र के बैनर तले अलग-अलग क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाने के साथ श्रद्धालुओं को गंगा रक्षा मुहिम से जोड़ेगी।
इलाहाबाद [शरद द्विवेदी] । संगम की रेती पर इस बार माघ मास में जप-तप के साथ मां गंगा को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने की मुहिम भी परवान चढ़ेगी। यह बीड़ा उठाया है इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने। इसके लिए 1250 छात्रों की टोली गंगा समग्र के बैनर तले अलग-अलग क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाने के साथ श्रद्धालुओं से सीधा संवाद कर उन्हें गंगा रक्षा मुहिम से भावनात्मक रूप से जोड़ेगी।
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मोक्षदायिनी गंगा प्रदूषण से कराह रही हैं। प्रदूषण से मुक्ति दिलाने को बड़ी-बड़ी योजनाएं बनीं, अरबों रुपये खर्च हुए, लेकिन स्थिति में अपेक्षानुरूप सुधार नहीं हुआ। यही कारण है कि गंगा समग्र अब इस मुहिम से आम लोगों को जोड़ रही है। गंगा समग्र उत्तरी जिला संयोजक शोधछात्र आचार्य प्रमोद शर्मा कहते हैं कि गंगा असंख्य लोगों की आस्था का केंद्र हैं। अब समय आ गया है कि हम उनके प्रति अपने कर्तव्य को निभाएं। माघ मेला में एक माह तक दुनियाभर से श्रद्धालु प्रयाग आते हैं। हम भक्तों को गंगा की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देंगे।
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यह भी बताएंगे कि उसमें आम जनता कहां और क्या कर सकती है, लोगों से सहयोग मांगा जाएगा। गंगा समग्र के राष्ट्रीय महासचिव आशीष गौतम कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा निर्मलता को लेकर भावनात्मक रूप से जुड़े हैं। यही कारण है कि उन्होंने उमा भारती के नेतृत्व में अलग से मंत्रालय बनाया। मंत्रालय अपना काम कर रहा है, लेकिन जनभागीदारी के बिना वह अंजाम तक नहीं पहुंच सकता। जैसे गंगा में गंदगी न डालना, कपड़े न धोना, घाटों पर पौधरोपण करना जैसे कार्य अगर जनता स्वयं करने लगे तो काम काफी आसान हो जाएगा। हमारी मुहिम लोगों को उनके कर्तव्यों का एहसास कराएगी।
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बांटा जाएगा पम्फलेट : गंगा समग्र की टीम मेला क्षेत्र के प्रवेश मार्गों, प्रमुख स्नान घाट, शंकराचार्य व प्रमुख संत-महात्माओं के शिविर के पास रहकर श्रद्धालुओं को पम्फलेट बांटेगी। आचार्य प्रमोद शर्मा के नेतृत्व में पम्फलेट में गंगा की वर्तमान दशा, उसमें गिरने वाले नालों की संख्या, प्रदूषण से होने वाली दिक्कत व सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी जाएगी। प्रतिदिन सुबह-शाम घाटों की सफाई भी होगी।
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दर्ज किया जाएगा नंबर व पता : श्रद्धालुओं को गंगा रक्षा का संकल्प दिलाने के साथ पौधरोपण करने को प्रेरित किया जाएगा, ताकि वह कस्बों में जाकर पौधरोपण करने के साथ गंगा रक्षा में सहयोग करें। उसके लिए उनके घर का पता व मोबाइल नंबर एकत्र किया जाएगा। बाद में टीम के सदस्य वहां जाकर देखेंगे कि कुछ काम हुआ है या नहीं। न होने पर वैसा करने को प्रेरित किया जाएगा।
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