राहत की खबर : अब सरकारी व निजी अस्पतालों में शुरू हो सकेगी सर्जरी, Coronavirus के कारण बंद थी Prayagraj News
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई ने बताया कि इस दौरान सावधानी और प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। अस्पतालों को जिन जरूरी सेवाएं शुरू करने को कहा गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को लंबे समय तक नहीं रोका जा सकता। इसलिए सभी जिला चिकित्सालयों, संयुक्त चिकित्सालयों, महिला चिकित्सालयों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही निजी अस्पतालों में जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं शुरू की जाएंगी। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते यह सुविधा बंद कर दी गई थी।
अस्पतालों में सर्जरी हो सकेगी
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने की मुहिम जारी रहेगी। अस्पतालों की ओपीडी शुरू करते हुए इमरजेंसी व आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं। इसलिए अब अस्पतालों में सर्जरी हो सकेगी। हां इसमें एक बात का ध्यान रखना जरूरी होगा कि यह सब सुविधा के दौरान सावधानी बरती जाए।
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई ने कहा
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई ने बताया कि इस दौरान सावधानी और प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। अस्पतालों को जिन जरूरी सेवाएं शुरू करने को कहा गया है उसमें सर्जरी से संबंधित ओपीडी भी शामिल हैं, लेकिन सामान्य ओपीडी स्थगित रहेगी।
यह सेवाएं शुरू करने के निर्देश
- रेबीज व अन्य टीकाकरण की सुविधा
- टीबी की जांच व उपचार की सुविधा
- एचआइवी की जांच एवं उपचार के लिए आइसीटीसी व एआरटी सेंटर
- जिला चिकित्सालयों व सीएचसी में चलने वाले असाध्य रोग केंद्र (एनसीडी क्लीनिक)
- गर्भवती की जांच एवं उपचार की सुविधा
- दो वर्ष तक के बीमार शिशुओं के लिए जांच व उपचार। इसके लिए सरकारी क्षेत्र में 102 एंबुलेंस का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए
- गर्भ समाधान एवं नसबंदी की सुविधा
- डाइग्नोस्टिक इमेजिंग एवं प्रयोगशाला।
28 दिन बाद घर पहुंचे डॉक्टर तो उतारी गई आरती
कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर ही आज असली हीरो हैं। लेवल थ्री के कोविड अस्पताल एसआरएन में तैनात डॉ. शिवेंदु ओझा व डॉ. इंद्रमणि प्रकाश ने करीब आधा दर्जन कोरोना मरीजों को ठीक करने में सफलता हासिल की है। 14 दिन तक एसआरएन में ड्यूटी और 14 दिन पैसिव क्वारंटाइन में रहने के बाद जब ये अपने घर पहुंचे तो परिवार ही नहीं मोहल्ले वालों ने भी इनका स्वागत किया।
बच्चों ने पोस्टर पर वेलकम लिखकर स्वागत किया
डॉ. शिवेंदु की तीन साल की बेटी आरना उन्हेें नए रूप में देख चौंक गई। वह चेहरे पर मॉस्क और सिर पर हेयर कवर लगाए हुए थे। पत्नी डॉ. अर्चना ओझा (न्यूरोलॉजिस्ट) ने मिठाई खिलाकर सफल इलाज करने के लिए बधाई दी। इसी तरह इंद्रमणि जब अपने घर पहुंचते हैं तो माता-पिता ने आरती उतारी। पहले से मौजूद सगे संबंधियों ने माला पहनाकर तो घर के अन्य बच्चों ने पोस्टर पर वेलकम लिखकर उनका जोरदार स्वागत किया।