बेटियां बोझ नहीं, उन्हें अवसर दें : केशरीनाथ
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : बेटियों में प्रतिभा की कोई कमी नही है। मानसिक दशा कमजोर ह
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : बेटियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। न ही मानसिक दशा कमजोर है। जरूरत है उन्हें आगे बढ़ने के लिए उचित अवसर देने की। उसके बाद वह बिना किसी मदद के अपनी मंजिल तय कर लेंगी। उक्त विचार पश्चिम बंगाल और बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने व्यक्त किए। मंगलवार को प्रयाग संगीत समिति में अल कौसर सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'उड़ान हौसलों की' में वे बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कहा कि बेटियां आज किसी के लिए बोझ नहीं हैं, वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। यहां तक कि युद्ध के मैदान में उतरकर दुश्मनों से मोर्चा भी ले रही हैं।
उन्होंने कहा कि हमें बेटियों के प्रति गलत भावनाओं को खत्म कर उनका सम्मान करते हुए आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ मुहिम पर सार्थक पहल करने के लिए संस्था के कार्यो की सराहना की। विशिष्ट अतिथि महापौर अभिलाषा गुप्ता ने कहा कि बेटियों को उपेक्षित करने से समाज कभी आगे नहीं बढ़ सकता। वहीं महिला कल्याण विभाग की ओर से संचालित राजकीय बालिका गृह इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर व वाराणसी के राजकीय बालिका गृह की निराश्रित बच्चियों द्वारा हस्त निर्मित खिलौने, सजावटी सामान, कपड़ों की प्रदर्शनी लगाई गई। निराश्रित नन्हे-मुन्नों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की मोहक प्रस्तुति कर सबका दिल जीत लिया। संचालन संस्था की अध्यक्ष नाजिया नफीस ने किया। कार्यक्रम में महापौर अभिलाषा गुप्ता, डिप्टी डायरेक्टर महिला कल्याण विभाग पुनीत मिश्र सम्मानित किए गए। इस दौरान पंकज मिश्रा, डॉ. शैलेश पांडेय, पदुम जायसवाल, रंजना सिंह, इंद्रदेव पांडेय, विवेक द्विवेदी आदि मौजूद रहे।