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आटा ने दिया प्रशासन को एक हफ्ते का अल्टीमेटम

जासं, इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) ने विवि में अराजकता, तोड़फोड़ और शिक्षक के सा

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jul 2017 01:00 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jul 2017 01:00 AM (IST)
आटा ने दिया प्रशासन को एक हफ्ते का अल्टीमेटम
आटा ने दिया प्रशासन को एक हफ्ते का अल्टीमेटम

जासं, इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) ने विवि में अराजकता, तोड़फोड़ और शिक्षक के साथ मारपीट के आरोपी छह ब्लैकलिस्टेड आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर प्रशासन को सख्त चेतावनी दी है। एफआइआर के बावजूद आरोपी अराजकतत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई न किए जाने से नाराज आटा के पदाधिकारियों ने प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न हुई तो अगले सप्ताह से शिक्षक कार्य बहिष्कार करेंगे।

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¨हदी विभाग में हुई आटा की सामान्य सभा में वरिष्ठ शिक्षक, संकायों के डीन व विभागाध्यक्ष शामिल हुए। आम सभा में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अभी हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में छात्रावासों में प्रवेश कार्य चल रहे होने के कारण कार्य बहिष्कार का निर्णय उचित नहीं है। इसलिए प्रशासन को एक और सप्ताह का समय दिया गया है। यदि इसके बाद भी कोई कार्रवाई न हुई तो शिक्षक अगले सप्ताह कार्य बहिष्कार को विवश होंगे। बैठक की अध्यक्षता आटा के अध्यक्ष प्रो. राम सेवक दुबे ने किया तथा संचालन महासचिव प्रो. शिवमोहन प्रसाद ने किया। बैठक को प्रो. पीके साहू, प्रो. आरके सिंह, प्रो. एआर सिद्दीकी, डॉ. विक्रम, प्रो. जगदीश नारायण, प्रो. केएस मिश्र आदि ने भी संबोधित किया है। इस अवसर पर प्रो. कृष्ण कुमार, प्रो. अनामिका, प्रो. नीलम शरण गौड़, प्रो. नीलम यादव, प्रो. सालेहा रसीद, प्रो. एनके शुक्ला, प्रो. आरकेपी सिंह, प्रो. हर्ष कुमार, प्रो. अविनाश चंद्र पांडेय आदि सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

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आटा की बैठक में भी डाला खलल, हंगामा

आटा की बैठक में सैकड़ों छात्र छह ब्लैकलिस्टेड छात्रों की अगुवाई में आमसभा में घुस गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस कारण बैठक बाधित हो गई। आटा के अध्यक्ष ने पुलिस और जिला प्रशासन को अराजकतत्वों के हंगामे की जानकारी दी। थोड़ी देर में पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और हंगामा कर रहे छात्रों को आमसभा से बाहर किया। जिला प्रशासन को लिख पत्र में चीफ प्रॉक्टर ने कहा है कि अनुशासनहीनता में जिन लोगों को काली सूची में डालकर परिसर में प्रतिबंधित किया गया है इनमें से नीरज प्रताप सिंह, विक्रांत सिंह, आनंद कुमार सिंह, अंकुश यादव, आदील हमजा सैकड़ों छात्रों के साथ आमसभा में घुसकर उपद्रव किया और अपशब्दों का प्रयोग किया। उन्होंने अराजकतत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की अपील की है।

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ब्लैकलिटेड छात्रों ने प्रशासन को लिखा पत्र

ब्लैकलिस्टेड किए गए छात्रों ने जिलाप्रशासन को पत्र लिखकर अपने ऊपर झूठे आपराधिक आरोप लगाए जाने की बात कही है। विक्रांत सिंह, आनंद कुमार सिंह, सूर्य प्रकाश मिश्रा, नीरज प्रताप सिंह ने कमिश्नर, जिलाधिकारी, एसएसपी को लिख पत्र में कहा है कि डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर छात्रों ने किसी के साथ कोई अभद्रता नहीं की। आंदोलन में छात्रों के बुलावे पर हम वहां गए थे। विवि से अपशब्दों का प्रयोग करने व अभद्रता का प्रमाण मांगा है और कहा है कि विवि प्रशासन साबित करे कि हमने ऐसा किया है। यदि साबित हुआ तो हम खुद विवि छोड़ देंगे। यदि प्रमाण नहीं दे पाता तो कुलपति तय करें कि प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हो। छात्रों ने लिखा है कि हम लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन के उत्पीड़न से व्यथित, निराश और मानसिक रूप से परेशान हैं। छात्रों ने शिक्षकों से अपील करता हुआ एक पर्चा भी बांटा। आटा की आमसभा के बाहर मौन प्रदर्शन भी किया।


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