नरसंहार की जांच को जूड़ापुर पहुंची फोरेंसिक टीम
तफ्तीश: -घटनास्थल पर टीम ने जुटाए वैज्ञानिक साक्ष्य, परिजनों से पूछताछ -23 अप्रैल को किराना दुका
तफ्तीश:
-घटनास्थल पर टीम ने जुटाए वैज्ञानिक साक्ष्य, परिजनों से पूछताछ
-23 अप्रैल को किराना दुकानदार सहित चार लोगों की हुई थी हत्या
अटरामपुर/इलाहाबाद : नवाबगंज थाना क्षेत्र के जूड़ापुर गांव में हुए हत्याकांड की जांच नए सिरे से शुरू हो गई है। सोमवार को लखनऊ और इलाहाबाद की फोरेंसिक टीम ने स्पेशल टॉस्क फोर्स व क्राइम ब्रांच के साथ मामले की तफ्तीश शुरू की। वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए गए और मृतकों के परिजनों से लंबी पूछताछ की गई। करीब दो घंटे तक गहराई से छानबीन के बाद टीमें वापस लौट गई। माना जा रहा है कि फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर इस चर्चित हत्याकांड की विवेचना को नई दिशा मिल सकती है।
जूड़ापुर गांव में 23 अप्रैल की रात कुछ लोगों ने किराना दुकानदार मक्खन लाल साहू, उनकी पत्नी मीरा देवी और दो बेटियों की नृशंस हत्या कर दी थी। कातिलों ने उनकी दोनों बेटियों के साथ दुष्कर्म भी किया था। मामले में मक्खन के बेटे रंजीत ने जवाहर लाल यादव के बेटे शिवबाबू, भल्लू व नरेन्द्र यादव, बांके यादव और नवीन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन परिजनों का आरोप है कि वारदात में शामिल कई और शख्स अभी भी बाहर हैं।
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) से कराने की बात कही थी। इसी के तहत सोमवार दोपहर करीब दो बजे फोरेंसिक लैब के संयुक्त निदेशक डॉ. एसके रावत, उपनिदेशक बृजेश भारतीय, विधि विज्ञान प्रयोगशाला के वैज्ञानिक अधिकारी नरेन्द्र कुमार, सत्य नारायण और मनीषा सिंह की टीम गांव पहुंची। उनके साथ एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम भी मौजूद थी। गांव पहुंचने के बाद टीम ने मकान का बंद ताला खुलवाया। इसके बाद घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए दीवाल पर लगे खून के धब्बे, मिट्टी, बाल, खून लगे कपड़े समेत कई साक्ष्य एकत्रित किए। वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के बाद टीम ने मक्खनलाल साहू के बेटे और बेटी से लंबी पूछताछ करते हुए पूरी घटना के बारे में जानकारी ली।
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जेल में बंद आरोपियों का होगा नार्को टेस्ट :
चार लोगों की हत्या के मामले में नामजद आरोपी जेल में बंद हैं। वारदात से जुड़े कई सवालों के जवाब अभी भी पुलिस को नहीं मिले हैं। ऐसे में पुलिस ने सभी आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी शुरू कर दी है। सीओ सोरांव डीपी शुक्ला ने बताया नार्को टेस्ट से सच्चाई का पता चल जाएगा। इसके बाद आगे की जांच को सही दिशा मिलने में भी मदद होगी। हालांकि वारदात को हुए एक माह से ज्यादा का वक्त गुजर गया है, लेकिन पति-पत्नी और दो बेटियों की हत्या का सही कारण नहीं पता चल सका है।