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भौतिक-रसायन छोड़ अन्य विषयों का मूल्यांकन कार्य पूरा

इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 12वीं और दसवीं के विषयों का मूल्यांकन कार्य पूरा हो

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 01:00 AM (IST)Updated: Tue, 23 May 2017 01:00 AM (IST)
भौतिक-रसायन छोड़ अन्य विषयों का मूल्यांकन कार्य पूरा
भौतिक-रसायन छोड़ अन्य विषयों का मूल्यांकन कार्य पूरा

इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 12वीं और दसवीं के विषयों का मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है। विशेष मूल्यांकन की उत्तर पुस्तिकाओं को छोड़ दें तो नगर के अधिकतर केंद्रों से शिक्षक अपने कॉलेजों के लिए रिलीव किए जा रहे हैं। विशेष मूल्यांकन के अंतर्गत मात्र भौतिक और रसायन विषय की कॉपियां बची हुई हैं। इस वर्ष नगर के सात मूल्यांकन केंद्रों में शिक्षकों ने चार लाख 77 हजार से अधिक कॉपियों की जांच की है। सोमवार को भी राजकीय इंटर कॉलेज में 16335 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया।

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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद का स्थानीय स्तर पर चल रहा मूल्यांकन कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इलाहाबाद में विभिन्न जनपदों के सामान्य मूल्यांकन के अंतर्गत 32 लाख सात हजार 367 कॉपियां जाची जा चुकी हैं। राजकीय इंटर कॉलेज में विशेष मूल्यांकन के अंतर्गत डेढ लाख कॉपियां अतिरिक्त जांची जा रही हैं। इसमें 40 हजार को छोड़ दें तो सभी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है। जीआइसी के प्रधानाचार्य डीके सिंह का कहना है विशेष मूल्यांकन की लगभग 22 हजार कॉपियां प्रतिदिन जांची जा रही हैं। भौतिक-रसायन के परीक्षकों की उपस्थिति नहीं होने के चलते इसकी कॉपियां नहीं जांची सकी हैं। दोनों विषयों की 40 हजार कॉपियां बची हुई हैं।

क्या है विशेष मूल्यांकन

विशेष मूल्यांकन में प्रदेश के ऐसे विद्यालय शामिल हैं जहां गत वर्षो में दसवीं और 12वीं कक्षा में परीक्षार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। नकल की शिकायत वाले इन केंद्रों को विशेष परीक्षा केंद्रों की सूची में रखा गया है। प्रदेश के चुनिंदा केंद्रों की कॉपियां इलाहाबाद में ही जांची जा रही हैं।

भौतिक विज्ञान के शिक्षक पहुंचे मूल्यांकन केंद्र

विशेष मूल्यांकन के लिए भौतिक और रसायन की कॉपियों के लिए सभी प्रधानाचार्य अपने विद्यालय के शिक्षकों को अनिवार्य रूप जीआइसी मूल्यांकन केंद्र पर भेज दें। शिक्षकों के सहयोग से मूल्यांकन तीन या चार दिनों में पूरा हो सकेगा। यदि जीआइसी मूल्यांकन केंद्र में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता नहीं पहुंचते तो प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कोमल यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक।


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