परिसीमन से बदलेगा निगम चुनाव का आरक्षण
जासं, इलाहाबाद : नगर निगम चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। अभी परिसीमन में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है।
जासं, इलाहाबाद : नगर निगम चुनाव की सरगर्मी चरम पर है। अभी परिसीमन में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है। साथ ही आरक्षण के लिए सर्वे भी हो रहा है। इस बीच यह स्पष्ट कर दिया गया है कि एससी, ओबीसी और महिला के आरक्षण वार्ड बदले जाएंगे। जो वार्ड अब तक आरक्षित थे, उसमें उस वर्ग को इस बार आरक्षण नहीं मिलेगा।
प्रदेश सरकार की मंशा है कि निर्धारित समय पर निकाय चुनाव करा लिए जाए। आसार है कि जुलाई से पहले चुनाव हो जाएंगे। इसलिए नगर निगम के अफसर के चुनाव से जुड़ी हर प्रक्रिया को तेजी से निपटाने में डटे हैं। पिछले दिनों परिसीमन का प्रकाशन हुआ था। गुरुवार तक इसमें आपत्तियां ली गई। आखिरी दिन तक सौ से अधिक आपत्तियां आई। इसमें 40 ही परिसीमन से जुड़ी थी। इन आपत्तियां पर संशोधन की प्रक्रिया चल रही है और 30 अप्रैल तक इसे पूरा करके शासन को भेज दिया जाएगा। इसी के साथ ओबीसी रैपिड सर्वे भी चल रहा है। जो दो तीन दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इस सर्वे के बाद एससी, ओबीसी और महिला आरक्षण का निर्धारण होगा। 80 पार्षदों वाले नगर निगम में पिछली बार एससी के लिए 10, ओबीसी के लिए 16 और महिला के लिए 27 सीटें आरक्षित थी। इस बार 2011 की जनगणना के अनुसार इसमें बदलाव आ जाएगा। नगर निगम के विधि अधिकारी एसएल यादव ने बताया कि आरक्षण को प्रदेश से आदेश आ गया है। उसमें बताया गया कि जिन वार्डो में अब तक एससी, ओबीसी और महिला का आरक्षण था। उस क्षेत्र को जिस वर्ग को आरक्षण मिल चुका है, उसे नहीं मिलेगा। आरक्षण में बड़े पैमाने पर बदलाव होगा। मई में इसकी तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी।
मेयर के आरक्षण में भी बदलाव के आसार
मेयर के आरक्षण में भी बदलाव के आसार हैं। हो सकता है इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित न हो। इसका आरक्षण लखनऊ से होगा। इसलिए मेयर का चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग सक्रिय हो गए हैं। पुराना आरक्षण बरकरार रहे, कुछ लोग इसके लिए भी लखनऊ के चक्कर लगा रहे हैं।