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एलपीजी ग्राहकों की जेब पर लाखों की चोट

जासं, इलाहाबाद : आपूर्ति विभाग के अधिकारी जिले में गैस के उपभोक्ताओं के साथ हो रही धोखाधड़ी रोकने

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 01:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 01:00 AM (IST)
एलपीजी ग्राहकों की जेब पर लाखों की चोट
एलपीजी ग्राहकों की जेब पर लाखों की चोट

जासं, इलाहाबाद : आपूर्ति विभाग के अधिकारी जिले में गैस के उपभोक्ताओं के साथ हो रही धोखाधड़ी रोकने में नाकाम हैं। गैस सिलेंडरों से एजेंसियों के कर्मचारी ही गैस चोरी कर रहे हैं। जिससे हर दिन लाखों रुपये की चोट ग्राहकों की जेब पर पड़ रही है।

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इलाहाबाद जिले में कुल 80 गैस एजेंसियां हैं, जिनके 5.25 लाख से अधिक ग्राहक हैं। औसतन इन गैस एजेंसियों से हर रोज 20 हजार से अधिक सिलेंडरों का वितरण होता है। इन्हीं सिलेंडरों में से सप्लाई के दौरान गैस की चोरी होती है। लगभग हर एक गैस एजेंसी के एक किलोमीटर के दायरे में किसी निश्चित स्थान पर नियमित तौर पर हॉकर गैस निकालते हैं। औसतन एक सिलेंडर से डेढ़ से दो किलो गैस निकाली जाती है। यानि एक सिलेंडर से न्यूनतम सौ रुपये की गैस चोरी होती है। इस तरह अगर आधे सिलेंडरों में भी गैस चोरी होती है तो यह आंकड़ा 10 लाख रुपये पार कर जाता है। इसके अलावा कामर्शियल सिलेंडरों में इससे भी अधिक चोरी होती है। चंद रोज पहले एक शिकायत के आधार पर एडीएम आपूर्ति लक्ष्मीशंकर सिंह ने छापा मारा तो गैस चोरी करने वाला रैकेट पकड़ा भी गया था। ऐसी शिकायतें आपूर्ति विभाग तक आए दिन पहुंचती रहती हैं, लेकिन अधिकारी कार्रवाई नहीं करते। एडीएम की इस कार्रवाई से आपूर्ति विभाग के अधिकारी भी परेशान हैं।

इस नंबर पर करें गोपनीय शिकायत

आपूर्ति विभाग के अधिकारी भले ही गैस की चोरी न रोक पा रहे हों, लेकिन एडीएम आपूर्ति इसे रोकने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस किसी व्यक्ति को गैस चोरी किए जाने के निश्चित स्थान की पुख्ता जानकारी हो, वह उनके मोबाइल नंबर 9454417812 पर उन्हें गोपनीय जानकारी दे सकता है। शिकायत करने वाले का नाम उजागर नहीं किया जाएगा।

सरकार को भी घाटा

केंद्र सरकार घरेलू गैस पर भारी सब्सिडी भी देती है, ऐसे में गैस चोरी होने से उसकी खपत बढ़ जाती है। जिसके असर से गैस सब्सिडी की रकम भी बढ़ती जाती है।

चार साल से नहीं मिला डीएसओ

आपूर्ति विभाग के पास वर्ष 2013 में अंतिम बार स्थायी जिला आपूर्ति अधिकारी था। इसके बाद से यह पद किसी न किसी के चार्ज में रहता है। इलाहाबाद जैसे अहम जिले में चार साल से इस पद पर स्थायी अधिकारी तैनात नहीं किया जा सका है।

शहर में इन क्षेत्रों में होती है गैस चोरी

प्रीतम नगर, टीपी नगर, राजरूपपुर, मंदर, चकिया के पास, सिविल लाइंस में कई स्थान, रामचंद्र मिशन रोड पर मुंडेरा के पास, कटहुला आदि।


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