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सोशल मीडिया जागरूकता का महत्वपूर्ण माध्यम

जासं, इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि में बुधवार को 'सोशल मीडिया के सामाजिक सरोकार'

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Mar 2017 09:07 PM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2017 09:07 PM (IST)
सोशल मीडिया जागरूकता का महत्वपूर्ण माध्यम
सोशल मीडिया जागरूकता का महत्वपूर्ण माध्यम

जासं, इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि में बुधवार को 'सोशल मीडिया के सामाजिक सरोकार' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि पाचजन्य के संपादक जगदीश उपासने ने कहा कि सोशल मीडिया जागरूकता का सशक्त माध्यम है। इससे पत्रकारिता की शक्तियां सामान्य लोगों के हाथ में आ गई है।

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उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया का कृत्रिम प्रभाव जीवन मूल्यों पर असर डाल रहा है। इसलिए सामाजिक दायित्व बोध की सोशल मीडिया में बहुत आवश्यकता है। मुख्य वक्ता मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान, महात्मा गाधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के निदेशक प्रो. ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि जब-जब समाज बदला है तो सूचना भी बदली है लेकिन सरोकार नहीं बदले। कहा कि भाषा और मनुष्य मीडिया के आधार है। अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. एम पी दुबे ने कहा कि सोशल मीडिया के कारण आज समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन आ रहे हैं। अतिथियों का स्वागत मानविकी शाखा के निदेशक डा. आरपीएस यादव ने किया। शम्भूनाथ त्रिपाठी 'अंशुल' ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। संचालन डा. रामजी मिश्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डा. राजेश कुमार पांडेय ने किया। अन्य तकनीकी सत्रों में प्रो. अनिल उपाध्याय, प्रो. गोविंदजी पाडेय, डा. साधना श्रीवास्तव, डा. धनंजय चोपड़ा, डा. रजनीश, डा. अरूण कुमार शर्मा, डा. सरोज, डॉ शार्दूल चौबे, डा. केदार आदि ने विचार व्यक्त किए।


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