कर्म पर टिका है मानव का आधार
कर्म इंसान के जीवन का आधार होता है। हमारा कर्म अच्छा रहेगा तो मान सम्मान मिलेगा, जबकि कर्म खराब ह
By Edited By: Published: Tue, 24 Jan 2017 06:12 PM (IST)Updated: Tue, 24 Jan 2017 06:12 PM (IST)
कर्म इंसान के जीवन का आधार होता है। हमारा कर्म अच्छा रहेगा तो मान सम्मान मिलेगा, जबकि कर्म खराब होने पर कष्ट का भागीदार बनना पड़ता है। पृथ्वी पर देवताओं का प्राकट्य केवल असुरों का विनाश करने के लिए ही नहीं हुआ, बल्कि मनुष्य को मनुष्यता का बोध कराने के लिए भी वह अवतरित हुए हैं। देवों के आचरण व विचार हमें अच्छे कर्म करने को प्रेरित करते हैं। बात तीर्थराज प्रयाग की करें तो इसकी महिमा अपरंपार है। मानव के लिए यह सद्कर्म का प्रेरणा स्थल है। त्रिवेणी के तट पर माघ मास में सच्चे हृदय से गीता श्रवण करने से मानव को हर पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही वचन, कर्म भी पवित्र होता है।
-श्रीधरानंद ब्रह्माचारी जी महाराज
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