पछुवा के दबाव से पारा लुढ़का, दिन में ठिठुरे लोग
जासं, इलाहाबाद : पछुआ हवा के दबाव बनाते ही दिन का पारा धड़ाम हो गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान में
जासं, इलाहाबाद : पछुआ हवा के दबाव बनाते ही दिन का पारा धड़ाम हो गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। हालांकि रात का तापमान स्थिर रहा। कोहरे का असर दिन में भी नजर आया। पूरे दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। पारा लुढ़कने से गलन बढ़ गई। लोग दिन में भी ठिठुरते नजर आए। मौसम विज्ञानियों की मानें तो पछुआ के तेजी पकड़ते ही शीतलहरी अपना असर दिखाएगी।
मौसम का इशारा समझते हुए सचेत रहने में ही भलाई है। दो दिन से जिस तेजी से मौसम बदला है, उससे आने वाले दिनों का आंकलन भी लगाया जा सकता है। मौसम विज्ञानी पहले ही आगाह कर चुके हैं कि 15 दिसंबर के बाद शीतलहरी हाड़ कंपा सकती है। मंगलवार को तापमान में जिस तेजी से गिरावट हुई उससे इस बात के संकेत भी मिल गए। वैसे भी बीते तीन सालों में मौसम में कुछ ज्यादा ही उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। दो साल पहले आए हुदहुद तूफान के बाद मौसम की गाड़ी पटरी से उतरी तो फिर उसे संभलने में वक्त लग गया। बिन मौसम के ओलावृष्टि हुई और जब बादलों के बरसने का समय आया तो सूखा पड़ गया। इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश हो गई। यानि मौसम में उतार चढ़ाव का सिलसिला लगातार बना रहा। शीतऋतु की शुरुआत भी ठीकठाक हुई। आने वाले दिनों में यह रिकार्ड तोड़ प्रदर्शन कर सकती है। हालांकि यह अवधि अपेक्षा से कम हो सकती है। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े से शुरू होकर पूरी जनवरी इसका असर रह सकता है।
उधर मंगलवार को पूरे दिन सूरज कोहरे की आगोश में छिपा रहा। सुबह 11 बजे तक 50 मीटर की दूरी पर भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। शहर से बाहर पड़ने वाले रास्तों पर वाहन रेंगते नजर आए। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा की मानें तो पश्चिम की हवाएं धीरे धीरे हावी हो रही हैं। हवाओं की रफ्तार बढ़ते ही शीतलहर का असर दिखेगा। आने वाले दिनों में सर्दी का प्रचंड रूप देखने को मिल सकता है।