माधवदास खेमे ने दी मेला बहिष्कार की धमकी
जासं, संवाददाता : माघ मेले में खाक चौक से जुड़े संतों में समझौते की एक और कोशिश नाकाम हो गई है। मेला
जासं, संवाददाता : माघ मेले में खाक चौक से जुड़े संतों में समझौते की एक और कोशिश नाकाम हो गई है। मेला प्रशासन ने बीते साल की तरह खुद जमीन बांटने का निर्णय लिया है। विरोध में माधवदास खेमे ने मेला बहिष्कार की चेतावनी दी है। वह मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ मंत्रणा करेंगे।
वर्ष 2015-16 को छोड़ दें तो खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महंत माधवदास ही जमीन का बंटवारा किया करते थे। बीते साल महामंडलेश्वर संतोषदास उर्फ सतुआ बाबा के नेतृत्व में दूसरा गुट खड़ा हो गया। इस गुट ने माधवदास के जमीन बंटवारा फार्मूले को मानने से इन्कार कर दिया। प्रशासन ने खुद खाक चौक के सभी संतों को जमीन आवंटित की थी। कई दिनों तक विवाद चला था। करीब एक माह तक महंत माधवदास के नेतृत्व में कुछ संत मेला कार्यालय शिविर में ही धरने पर थे। उन्हें फोर्स के जरिए हटवाया गया है। इस बार गुजरे साल जैसी नौबत न आए, इसलिए मेलाधिकारी आशीष मिश्र ने सोमवार को दूसरी बार बैठक बुलाई। माधवदास के साथ कई समर्थक संत थे। उधर, संतोष दास अकेले आए थे। करीब तीन घंटे तक दोनों के बीच वार्ता हुई, लेकिन संतोषदास इस बात पर अड़े रहे कि प्रशासन के माध्यम से ही जमीन बंटवाई जाए। माधवदास परंपरागत तरीके को ही लागू किए जाने की मांग करते रहे। प्रशासन अब खुद जमीन बंटवारे पर ही विचार कर रहा है। उधर माधव दास का कहना है कि प्रशासन के कहने पर बीते साल उन्होंने कोर्ट से अपना केस वापस लिया था। डीएम ने वादा किया था कि अगले साल परंपरागत तरीके से ही जमीन का बंटवारा होगा। अब प्रशासन वादे से मुकर रहा है। इसलिए हम करीब 165 समर्थक संतों के साथ मेले का बहिष्कार करने की बात सोच रहे हैं। वैसे अंतिम निर्णय मंगलवार की बैठक में होगा।