कई अनसुलझे सवाल छोड़ गई राहुल की मौत
जासं, इलाहाबाद : अगर राहुल पाल ने नशे की हालत में खुद को गोली मारी तो घर के कमरे में रखी मूर्ति कैसे
जासं, इलाहाबाद : अगर राहुल पाल ने नशे की हालत में खुद को गोली मारी तो घर के कमरे में रखी मूर्ति कैसे टूटी? घटना के बाद असिस्टेंट ने शोर मचाने की बजाए सीधे पुलिस को ही खबर क्यों दी? चश्मदीद असिस्टेंट युवती का बयान बार-बार क्यों बदला? आखिर डॉक्टर के पास अवैध लाइसेंस कब और कहां से आया? ऐसे कई सवाल हैं, जो राहुल की मौत पर उठ रहे हैं।
पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद भतीजे अमित ने बताया कि रात करीब साढ़े आठ बजे मोबाइल पर उसकी राहुल चाचा से बात हुई थी। तब उनकी आवाज शराब पीने के बाद जैसी नहीं थी। वहीं असिस्टेंट ने पुलिस को बयान दिया कि राहुल अंकल ने फोन किया और बताया कि घर में सामान फैला हुआ है। बर्तन वगैरह गंदे हैं। बुलाने पर वह रात करीब साढ़े नौ बजे राहुल के घर पहुंची थी और वह उस वक्त अकेले थे। पुलिस का कहना है कि असिस्टेंट और राहुल के बीच कई साल से प्रेम संबंध चल रहा था। युवती अक्सर राहुल के घर जाती थी और अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोग भी राहुल के घर जाते थे। डॉक्टर कैंट से पहले कटरा में रहता था, तभी उसकी मुलाकात युवती से हुई। इसके बाद उसने युवती की नौकरी वंदना वूमेन हॉस्पिटल में लगवाई। फिर युवती राहुल की बतौर असिस्टेंट काम करने लगी। असिस्टेंट चार बहनें हैं और गरीब परिवार से हैं। लिहाजा असिस्टेंट का पूरा खर्च भी राहुल वहन करता था। सूत्रों को दावा है कि घटना की रात राहुल और असिस्टेंट के बीच किसी बात को लेकर विवाद और छीना झपटी हुई थी। तभी घर में रखी मूर्ति टूटी है। इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है कि उस वक्त घर में एक और शख्स भी मौजूद था। पुलिस ने मृतक के घर को सील कर दिया है। राहुल के सिर से एक मात्र गोली मिली है। फिलहाल डॉक्टर की मौत से जुड़े सभी सवालों के जवाब सीओ अलोक मिश्रा और एसओ कैंट बृजेश द्विवेदी तलाश रहे हैं।
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झगड़े के बाद बंद थी वंदना से बातचीत-
रिश्तेदारों ने बताया कि करीब एक माह पहले डॉ. एके बंसल की पत्नी वंदना से मैनेजमेंट को लेकर राहुल पाल सिंह का झगड़ा हुआ था। इसके बाद उनके बीच बातचीत बंद थी। इस बीच कई दिन वह ड्यूटी पर भी नहीं गया, लेकिन असिस्टेंट के कहने पर भी ड्यूटी जाने लगा। अस्पताल से जुड़े कुछ कर्मचारियों का कहना है कि राहुल अपने ही काम में ज्यादा व्यस्त रहता था। वह अपनी बात जल्दी किसी से शेयर नहीं करता था। ऐसे में वह आत्मघाती कदम क्यों उठाया या लापरवाही कैसे हुई। उनके समझ में भी नहीं आ रहा है। मृतक के चाचा राजेन्द्र का भी कटरा इलाके में एक अस्पताल है।
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बीमार पत्नी का चल रहा है ईलाज -
राहुल की पत्नी सुधा भी किसी बीमारी से पीड़ित हैं। रिश्तेदारों का कहना है कि उसका इलाज भी जीवन ज्योति अस्पताल से चल रहा था। जब डॉक्टर को दिखाना होता था, तभी शहर आती थी। कुछ दिन पहले राहुल ने मकान में और निर्माण कार्य शुरू कराया तो उनके बीच ज्यादा बातचीत होती थी। अचानक पति के मौत की खबर सुन सुधा भी बेसुध हो गई। बूढ़े पिता भी बेटे का शव देख बिलख पड़े। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने रसूलाबाद घाट पर शुक्रवार की शाम अंतिम संस्कार कर दिया।