कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा, मलाल कायम रहा
जासं, इलाहाबाद : प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से दूरी पाटने के लिए
जासं, इलाहाबाद : प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से दूरी पाटने के लिए सांसद केशवप्रसाद मौर्य ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात तो की, लेकिन कार्यकर्ता अपने मन की बात कह न पाए। कुछ को प्रवेश ही नहीं मिला तो कुछ खामोश करा दिए गए। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाकर कार्यकर्ताओं का मनोबल जरूर बढ़ाया।
फूलपुर संसदीय क्षेत्र के मंडल स्तर के पदाधिकारियों, पूर्व मंडल अध्यक्ष से लेकर जिला स्तर के पूर्व व मौजूदा पदाधिकारियों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। गंगोत्री गार्डन में प्रवेश करने के लिए प्रवेशिका भी जारी की गई थी। कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर आक्रोश था कि कई प्रमुख कार्यकर्ताओं को प्रवेशिका नहीं मिली थी। जिससे वे प्रवेश ही नहीं कर पाए।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष केशव मौर्य ने बूथ स्तर पर संगठन मजबूत करने का आह्वान किया। कहा कि केंद्र सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को बूथ स्तर के कार्यकर्ता मतदाता तक पहुंचाएं। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से हैंडपंप न लगने आदि समस्याओं के बारे में पूछा तो कुछ कार्यकर्ताओं ने अनेक समस्याएं गिनाई। बहादुरपुर के मंडल अध्यक्ष ने तो सांसद की कम उपलब्धता और कम संपर्क पर भी चिंता जताई। ऐसे में सांसद ने कहा कि सभी लोग लिखकर अपनी समस्याएं दे दें। साथ ही सोलर हैंडपंप आदि के लिए भी लिखित रूप से आवेदन देने को कहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता यमुनापार जिलाध्यक्ष अमरनाथ तिवारी और संचालन क्षेत्र उपाध्यक्ष दिवाकर त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर सांसद श्यामाचरण गुप्त, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राकेश त्रिवेदी, पूर्व मंत्री डॉ. नरेंद्र सिंह गौर, कमला सिंह, विद्यासागर पांडेय, शशि वाष्र्णेय, अवधेश गुप्ता, आशीष गुप्ता, सुधीर मौर्या, विनय मिश्र सिंटू, शशांक त्रिपाठी, राघवेंद्र मिश्र, देवेंद्रनाथ मिश्र, मृत्युंजय त्रिपाठी मनोज कुशवाहा, रवि केसरवानी, प्रभाशंकर पांडेय, विष्णु पांडेय, सुमन शुक्ला आदि थे।
सड़कों की समस्या खूब उठी
शहर से लेकर गांव तक के अनेक कार्यकर्ताओं ने सड़कों की खस्ताहाली को लेकर आवाज उठाई। साथ ही सांसद तक अपनी बात न पहुंच पाने पर भी अपना आक्रोश जताया। हालांकि इस मुद्दे को उठते ही शांत करा दिया गया।
डैमेज कंट्रोल ने बढ़ाया गुस्सा
प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद सांसद से बढ़ी दूरी पर लोग कार्यकर्ता नाराज हैं। यह बात प्रदेशाध्यक्ष के करीबियों ने पहले ही भांप ली थी। इसलिए डैमेज कंट्रोल की कवायद में कई लोगों को प्रवेशिका नहीं दी गई तो कुछ को पूरी बात रखने का अवसर नहीं दिया गया। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखते हुए ही कार्यक्रम में मीडिया का प्रवेश भी रोका गया था।
¨रग रोड के लिए बनाई कमेटी
प्रदेशाध्यक्ष ने शहर में सड़कों की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए शहर में ¨रग रोड बनाने पर सुझाव के लिए पूर्व मंत्री डॉ.नरेंद्र सिंह गौर की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया। उन्होंने कहा कि अगले माह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आने पर यह प्रस्ताव रखने की बात कही।