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आजकल खूब सज-संवर रहा है नेहरू-गांधी परिवार की पहचान स्वराज भवन

नेहरू-गांधी परिवार की पहचान स्वराज भवन इन दिनो सज संवर रहा है। वजह पर जितने मुंह, उतनी बाते। कोई कहता है कि इसे कांग्रेस का प्रदेश मुख्यालय बनाया जा सकता है तो कोई कुछ और।

By Edited By: Published: Wed, 28 Sep 2016 01:23 AM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2016 02:56 PM (IST)
आजकल खूब सज-संवर रहा है नेहरू-गांधी परिवार की पहचान स्वराज भवन

इलाहाबाद(जेएनएन)। नेहरू-गांधी परिवार की पहचान शहर का स्वराज भवन इन दिनो सज संवर रहा है। वजह पर जितने मुंह, उतनी बाते। कोई कहता है कि इसे निकट भविष्य मे कांग्रेस का प्रदेश मुख्यालय बनाया जा सकता है तो कोई यहां से इंदिरा गांधी शताब्दी वर्ष की तैयारी की शुरूआत को वजह बता रहा है। इसी भवन मे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सगाई की सुगबुगाहट सोशल मीडिया पर है। हाल के दिनो मे जिस तरह नेहरू गांधी परिवार के सदस्यो की यहां आवाजाही हुई है, उससे ऐसी अटकलो को बल मिल रहा है।

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स्वराज भवन का निर्माण मोतीलाल नेहरू ने कराया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू का बचपन इसी भवन मे बीता था। भारत का संविधान तैयार करने के लिए चुनी गई समिति का सम्मेलन भी स्वराज भवन मे हुआ था। आजादी से अब तक इस भवन ने तमाम उतार चढ़ाव देखे। अब इसे नया लुक दिया जा रहा है। कमरो के साथ ही शौचालय व बाथरूम आदि की मरम्मत कराई जा रही है। दीवारो से उखड़े प्लास्टरो की मरम्मत के साथ ही पूरे भवन की रंगाई पुताई कराई जा रही है।

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फरवरी मे पार्टी मुखिया सोनिया गांधी के यहां आने के बाद इस कवायद ने तेजी पकड़ी है। वजह क्या है, इस बावत स्थानीय कांग्रेसी कहते है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फरवरी प्रवास के दौरान इंदिरा गांधी की 100 वी जयंती शताब्दी वर्ष के रूप मे मनाए जाने की घोषणा की थी। इसकी शुरूआत यही से होनी है, इसलिए यह कार्य चल रहा है। ऐसा कहने वाले भी कम नही हैं कि अगले साल होने वाले विस चुनाव के मद्देनजर प्रदेश अथवा पूर्वाचल मे मुख्यालय बनाया जा सकता है। इसके पीछे वजह यह है कि कभी इलाहाबाद कांग्रेस का गढ़ था। फूलपुर मे नेहरू जी के बाद कमला बहुगुणा ने कांग्रेस का परचम लहराया था।

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ऐसा कहने वाले भी कम नही है कि इंदिरा गांधी की जयंती तो बहाना है, इसका असल मकसद मिशन 2017 है। विधानसभा चुनाव मे प्रचार की बागडोर प्रियंका गांधी संभालेगी। इसका शुभारंभ वह इलाहाबाद से करना चाहती है। चुनाव प्रचार के दौरान वह ज्यादातर स्वराज भवन मे ही ठहरेगी। जिलाध्यक्ष अनिल द्विवेदी कहते है स्वराज भवन मे कांग्रेस की यादे जुड़ी हुई है, पर इसे प्रदेश मुख्यालय बनाया जाएगा, ऐसी कोई बात अभी उनके संज्ञान मे नही आई है। पार्टी आलाकमान ही इस बारे मे कुछ बता सकता है अधिकृत तौर पर।


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