वक्फ संपत्ति को लेकर बढ़ा बवाल, मुतवल्ली गिरफ्तार
जासं, इलाहाबाद : कोतवाली थाना क्षेत्र के बताशामंडी में इमामबाड़ा गुलाम हैदर की संपत्ति को लेकर विवाद
जासं, इलाहाबाद : कोतवाली थाना क्षेत्र के बताशामंडी में इमामबाड़ा गुलाम हैदर की संपत्ति को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को कोतवाली थाने पर करीब दो सौ लोग मुतवल्ली के साथ प्रदर्शन करने पहुंच गए। नारेबाजी के बीच सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया जा रहा था तभी सीओ ने मुतवल्ली वकार रिजवी को गिरफ्तार कर लिया।
मुतवल्ली के खिलाफ कोतवाली में इमामे जुमा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वकार की गिरफ्तारी से हंगामा मच गया। विरोध पर उतारू भीड़ को कोतवाली पुलिस ने भगा दिया। मामले को लेकर दो पक्षों में कई बार टकराव हो चुका है। जुमा की नमाज के बाद प्रदर्शन का दौर चला। यह मामला शिया समुदाय के दो पक्षों के बीच तनातनी की वजह बनता जा रहा है।
यह है पूरा मामला
बताशामंडी में पुराना और ऐतिहासिक इमामबाड़ा गुलाम हैदर है। इसकी देखरेख वक्फ बोर्ड से होती है। इसके मुतवल्ली रानीमंडी के वकार रिजवी हैं। कुछ दिन पहले इस इमामबाड़े को नए सिरे से बनाया गया। बिल्डर के मार्फत यहां करीब 40 दुकानें निकलीं। इसके बाद लाखों की संपत्ति लोगों की निगाह में आ गई। मामले को लेकर दो पक्ष आमने -सामने आने लगे। चक स्थित शिया जामा मस्जिद के इमामे जुमा के नेतृत्व में जुमा की नमाज के बाद प्रदर्शन हुए। राजनीति गरमाई तो सुलह समझौते का दौर शुरू हुआ। मस्जिद में बैठकें शुरू हुई। इसी बीच इमामे जुमा हसन रजा जैदी ने कोतवाली थाने में मुतवल्ली वकार रिजवी, असगर अब्बास और शाहिद प्रधान के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज करा दिया। पुलिस हरकत में आई और दबिश पर दबिश पड़ने लगी। दो दिन पहले इमामबाड़े के सामने प्रदर्शन हुआ तो मारपीट और लाठी चली। इसमें पुलिस ने वकार रिवजी पर 151 के तहत चालान हुआ था। तनातनी चल ही रही थी कि सोमवार को मुतवल्ली करीब दो सौ लोगों के साथ कोतवाली पर प्रदर्शन को पहुंच गए। एसपी सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया जा रहा था तभी पुलिस ने मुतवल्ली को गिरफ्तार कर लिया। इससे दो पक्षों में तनातनी और बढ़ गई है। वकार रिजवी का कहना है कि उन्हें जबरन फंसाया गया है।
सीओ सिटी रूपेश सिंह के मुताबिक, माहौल बिगाड़ने का हक किसी को नहीं है। आरोपी खुद प्रदर्शन करने पहुंच गए। पुलिस उन्हें तलाश रही थी। दो आरोपी असगर अब्बास और शाहिद प्रधान की तलाश में कौशांबी में भी दबिश दी जा रही है।
कागज के पेंच से बिगड़ा मामला
इमामे जुमा से विवाद की जड़ में एक कागज है। इमामे जुमा का आरोप है कि असगर अब्बास, शाहिद प्रधान ने पिस्टल सटाकर सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए। जबकि वकार रिजवी, असगर अब्बास का कहना है कि समझौते की वीडियोग्राफी कराई गई थी। मस्जिद में सुलह हुई। उसके बाद भी झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
गंभीर धाराओं में केस दर्ज था। आरोपी ही प्रदर्शन करने कोतवाली पहुंच गए। ऐसे में पुलिस को गिरफ्तार करना पड़ा। सारे आरोपी यूं थानों पर प्रदर्शन करने लगे तो लॉ एण्ड आर्डर कैसे चलेगा। दो और आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे।
राजेश यादव, एसपी सिटी
कल्बे जव्वाद को भी बोलना पड़ा
मामला इतना ज्यादा तूल पकड़ गया कि शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद को भी बोलना पड़ा। रविवार को एक मजलिस में आए मजलिसे उलमाए ¨हद के जनरल सेक्रेटरी कल्बे जव्वाद चक स्थित शिया जामा मस्जिद पहुंचे। उन्होंने कहा कि इमामे जुमा को सुरक्षा दी जाए। साथ ही आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो।