तेज हवाओं संग बारिश में उड़ी बिजली
जासं, इलाहाबाद : मंगलवार की शाम तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश ने लोगों को उमस से राहत तो दी, पर ब
जासं, इलाहाबाद : मंगलवार की शाम तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश ने लोगों को उमस से राहत तो दी, पर बिजली व्यवस्था को पटरी से उतार दिया। कई जगह केबल में आग लगने के साथ ही ट्रांसफार्मर भी फुंक गए।
पूरब की हवाओं के झोकों से करेली के रसूलपुर में 400 केवीए के ट्रांसफार्मर में आग लग गई। इससे सैकड़ों घरों की आपूर्ति ठप हो गई। देर रात तक ट्रांसफार्मर बदला नहीं जा सका था। गऊघाट उपकेंद्र अंतर्गत सत्तीचौरा पर लगा ट्रांसफार्मर भी बारिश की भेंट चढ़ गया। यहां के मुहल्लों में कई दिनों से आपूर्ति अनियमित है। यमुना बैंक रोड पावर हाउस से अभी भी आपूर्ति सुचारु नहीं हो सकी है। यहां सफाई में कम से कम तीन दिन लगेंगे। एसडीओ गऊघाट नीरज पांडेय ने बताया कि पांच मुहल्लों में गऊघाट व कीडगंज उपकेंद्र से बारी बारी से आपूर्ति की जा रही है। इसी क्रम में फोर्ट रोड उपकेंद्र अंतर्गत दारागंज व फोर्टरोड पर तेज हवाओं के कारण विद्युत केबल में आग लग जाने से हजारों घरों की बिजली गुल हो गई। एसडीओ अनूप सिन्हा ने बताया कि फाल्ट ठीक किए जा रहे हैं। उधर बमरौली उपकेंद्र में बारिश से सभी छह फीडर बंद हो गए। एक घंटे बाद चार को मरम्मत कर चालू कर दिया गया, लेकिन दो फीडरों से संबंधित मुहल्लों में आपूर्ति चालू नहीं हो सकी थी। एंग्लो बंगाली पावर हाउस में भी बारिश से घंटों आपूर्ति ठप रही।
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दो घंटे में 32.2 मिमी बारिश
इलाहाबाद : अपराहृन तीन बजे तक सूरज तमतमाया हुआ था, लेकिन इसके बाद अचानक बादलों ने डेरा डाल दिया। पूरब की तेज हवाएं 60 किमी की रफ्तार से चलीं। बारिश के बाद मौसम खुशनुमा हो गया। लगभग दो घटे में 32.2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विज्ञानी प्रो. बीएन मिश्रा की मानें तो बुधवार को भी बारिश की संभावना है।
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दोगुने बढ़े मलेरिया के मरीज
-मंडराया महामारी का खतरा, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
-अस्पतालों में उमड़ी मरीजों की भीड़, फुल हुए वार्ड
जासं, इलाहाबाद : जोरदार बारिश व बाढ़ के कारण जिले में मलेरिया महामारी का रूप ले सकता है। यह चेतावनी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े कह रहे हैं। मलेरिया के बढ़ते मरीजों के चलते स्वास्थ्य विभाग भी सकते में है।
केवल अगस्त में बीमारी के 1357 मरीज चिंहित किए गए हैं, जबकि जुलाई में सिर्फ 695 मरीज सामने आए थे। पिछले साल अगस्त माह में 670 मरीज चिंहित किए गए थे। एहतियातन बाढ़ वाले कछारी इलाकों में दवा छिड़काव के साथ मरीजों को मलेरिया की दवा दी जा रही है। बाढ़ का पानी उतरने के बाद कई इलाकों में जलभराव बड़ी समस्या है। ठहरे पानी में तेजी से पनपने वाले मच्छरों ने लोगों की रातों की नींद हराम कर दी है। बता दें कि मलेरिया के मरीज को काटने के बाद मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काट ले तो वह भी बीमारी का शिकार हो जाता है। मलेरिया विभाग ने अगस्त में 26 हजार स्लाइड बनाकर खून की जांच की है। सितंबर में मलेरिया के मरीजों में इजाफा तय माना जा रहा है।
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'मलेरिया के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। बारिश और बाढ़ के चलते हुए जलभराव से मच्छर पनप रहे हैं। दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। लोगों को भी सावधानी बरतनी होगी।'
-केपी द्विवेदी, जिला मलेरिया अधिकारी इलाहाबाद