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कइयों की जा चुकी जान, रेलवे अब भी अंजान

जासं, इलाहाबाद : मानव रहित रेलवे क्रासिंग अब तक कइयों की जान ले चुकी हैं। इसके बावजूद मौत के फाटक उस

By Edited By: Published: Tue, 26 Jul 2016 01:07 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2016 01:07 AM (IST)
कइयों की जा चुकी जान, रेलवे अब भी अंजान

जासं, इलाहाबाद : मानव रहित रेलवे क्रासिंग अब तक कइयों की जान ले चुकी हैं। इसके बावजूद मौत के फाटक उसी तरह खुले हैं। सबसे ज्यादा इलाहाबाद-वाराणसी रूट पर हादसे हुए हैं लेकिन इस रूट पर अब भी 12 मानव रहित क्रासिंग हैं। हादसों के मामले में सबसे खराब रिकार्ड इलाहाबाद से वाराणसी रूट का है। जिले की सीमा में इलाहाबाद सिटी से वाराणसी को जाने वाले रूट पर सात और प्रयाग से वाराणसी जाने वाले रूट पर इफको के पास एक मानव रहित क्रासिंग है। ऐसे ही लखनऊ रूट पर अटरामपुर और रामचौरा के बीच एक मानव रहित क्रासिंग भैरोपुर में है। पिछले कुछ सालों में रेलवे ट्रैक पर गाड़ियां बढ़ी और मानव रहित क्रासिंग को पार करने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। जरूरत थी कि समय रहते मानव रहित क्रासिंग को बंद किया जाता लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हादसे बदस्तूर जारी हैं। अब कटका और माधोसिंह के बीच भीषण हादसा हुआ तो रेलवे के अधिकारी जागे हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ अशोक कुमार के मुताबिक इलाहाबाद सिटी से वाराणसी तक कुल 12 मानव रहित क्रासिंग हैं। इनको खत्म करने की योजना बन चुकी है। जल्द ही तीन क्रासिंग पर अंडरपास और चार पर फाटक लगाया जाएगा। इतना ही नहीं एक क्रासिंग को मर्ज करते हुए चार को बंद कर दिया जाएगा। वैसे इलाहाबाद से होकर गुजरने वाले उत्तर मध्य रेलवे के ट्रैक पर एक भी मानव रहित क्रासिंग नहीं हैं।

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कब कब हुए हादसे

समय- वर्ष 2003-स्थान-इलाहाबाद से वाराणसी रूट पर सरायइनायत की मानव रहित रेलवे क्रासिंग

घटना-ट्रेन के आगे स्कार्पियो ट्रेन आ गई थी। तब पांच लोगों की मौके पर ही मौत हुई थी।

समय-वर्ष 2013

स्थान-इलाहाबाद से वाराणसी रूट स्थित सरायइनायत रेलवे क्रासिंग पर

घटना-बरातियों से भरी कार ट्रेन के आगे आ गई थी। बराती वाराणसी से इलाहाबाद आ रहे थे। उस हादसे में दूल्हे की बहन सहित दो लोगों की मौत।

समय-13 जनवरी 2013

स्थान-इलाहाबाद से वाराणसी रूट पर थरवई मानव रहित रेलवे क्रासिंग

घटना-एक मालवाहक छोटी गाड़ी आ गई थी, तब उसके चालक की मौके पर ही मौत हो गई थी।

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मेन हेडिंग-जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे मासूम

निजी अस्पताल में दो बच्चों का हो रहा है इलाज

भदोही जिले में कटका-माधोसिंह स्टेशन के बीच मानव रहित क्रासिंग पर हुआ हादसा

जासं, इलाहाबाद : कटका और माधोसिंह रेलवे स्टेशन के बीच मानव रहित क्रासिंग हादसे में सोमवार को घायल हुए दो बच्चे इलाहाबाद के एक निजी अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसमें से एक की हालत गंभीर है। उसे तीन यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया।

भदोही जिले के औराई थाना के गांव दीनानाथपुर निवासी अश्वनी मिश्रा का बेटा प्रत्युष मिश्रा (10) और संदीप मिश्रा का बेटा अंश मिश्रा (सात) सोमवार की सुबह घर से स्कूल के लिए निकले थे। कुछ ही देर बाद उनकी वैन भदोही के पास रेलवे कटका और माधोसिंह स्टेशन के बीच स्थित रेलवे क्रासिंग पर ट्रेन के सामने आ गई और उसमें सवार सभी बच्चे हादसे के शिकार हो गए। हादसे की जानकारी परिजनों को मिली तो वह सहम उठे। मौके पर पहुंचे परिजन अंश और प्रत्युष को लेकर इलाहाबाद भागे। उनको रामबाग स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों ने बताया कि प्रत्युष के हाथ और पैर में फ्रैक्चर है। फिलहाल वह खतरे से बाहर है। वहीं अंश की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके सिर और पेट में गंभीर चोटें आई हैं। देर शाम तक उसका आपरेशन हुआ। हादसे के कारण बच्चे का काफी ब्लड बह गया था। इसलिए उसे तीन यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया। परिजन बच्चों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते रहे।

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हादसे के बाद दो ट्रेनें रद

इलाहाबाद : मानव रहित रेलवे क्रासिंग एक बार फिर जानलेवा साबित हुई। सोमवार की सुबह इलाहाबाद सिटी वाराणसी रूट पर दिल दहला देने वाला हादसे के कारण दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा और इस रूट की दो ट्रेनों को रद कर दिया गया।

मड़ुवाडीह से सुबह 6:05 बजे इलाहाबाद के लिए चली 55125 पैसेंजर ट्रेन से कटका और माधोसिंह के बीच मानव रहित क्रासिंग पर हादसा हो गया। इसके बाद इस रूट पर दोपहर 12:20 बजे मड़ुवाडीह से इलाहाबाद सिटी को चलने वाली 55127 पैसेंजर ट्रेन को रद कर दिया गया। दूसरी ओर इसी समय इलाहाबाद सिटी से मड़ुवाडीह को चलने वाली 55128 पैसेंजर को भी सोमवार को रद कर दिया गया था। इसके अलावा दिल्ली-मड़ुवाडीह सुपरफास्ट तीन घंटे, विभूति एक्सप्रेस एक घंटे, संपर्क क्रांति दो घंटे लेट हुई। इसके अलावा मड़ुवाडीह से इलाहाबाद की ओर आने वाली कई ट्रेनें दो से तीन घंटे देरी से आई।


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