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मेयर से वार्ता के बाद टूटी हड़ताल

जासं, इलाहाबाद: तीन दिन से गंदगी से जूझ रहे शहर के लिए शुक्रवार की शाम राहत भरी रही। मेयर अभिलाषा गु

By Edited By: Published: Fri, 22 Jul 2016 10:19 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jul 2016 10:19 PM (IST)
मेयर से वार्ता के बाद टूटी हड़ताल

जासं, इलाहाबाद: तीन दिन से गंदगी से जूझ रहे शहर के लिए शुक्रवार की शाम राहत भरी रही। मेयर अभिलाषा गुप्ता से वार्ता के बाद अधिकांश मांगें स्वीकार होने पर सफाईकर्मियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी। वार्ता में कर्मचारियों की समस्या की नियमित मॉनीट¨रग के लिए कमेटी बनाई गई। साथ ही स्वीपर कालोनी के मालिकाना हक पर नजूल विभाग से कार्रवाई पूरी करके मंडलायुक्त के पास भेजे जाने की जानकारी भी वार्ता के दौरान दी गई।

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नगर निगम के सफाई कर्मचारी तीन दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। जिसकी वजह से पूरे शहर में गंदगी की भरमार हो गई थी और सावन मेला भी प्रभावित हो रहा था। नाराज कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को मंडलायुक्त कार्यालय पर भी प्रदर्शन किया। कई चक्र की वार्ता के बाद भी न मान रहे कर्मचारियों से शुक्रवार की शाम मेयर अभिलाषा गुप्ता ने वार्ता की। उन्होंने कर्मचारियों की मांगों से सहानुभूति जताते हुए कहा कि उनकी जायज मांगों को पूरा ही किया जाना चाहिए। इसके बाद समझौते के बिंदु तय किए गए। जिस पर अधिकारियों ने भी सहमति जताई। इसके बाद कर्मचारी नेताओं ने हड़ताल समाप्ति का ऐलान कर दिया। वार्ता में नगर आयुक्त शेषमणि पांडेय, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र, विधि सलाहकार एसएल यादव के अलावा कर्मचारी नेता जगनलाल, संजय, हरींद्र, मदनलाल, मुन्नालाल, लता, कमला, रघुनाथ, अच्छेलाल आदि शामिल थे।

ये रहे समझौते के प्रमुख बिंदु

- बायोमीट्रिक हाजिरी मेयर व नगर आयुक्त कार्यालय कर्मियों के अलावा सभी पर होगी लागू।

- स्वीपर कालोनी के स्वामित्व में नजूल विभाग की कार्रवाई पूरी, प्रकरण पर 25 जुलाई को मंडलायुक्त करेंगे वार्ता।

- संविदाकर्मियों का ईपीएफ काटा जाएगा।

- आउटसोर्सिग कर्मचारियों का बकाया भुगतान किया जाएगा।

- आउटसोर्सिग कर्मचारियों के वेतन से कटे ईपीएफ का भुगतान होगा।

- एसीपी लाभ व एरियर भुगतान पर त्वरित कार्रवाई होगी।

- रक्षाबंधन से पहले छह फीसदी महंगाई भत्ते के एरियर का होगा भुगतान।

- हेल्थ अफसर की अध्यक्षता में कमेटी नियमित सुनेगी समस्याएं।

- एक पखवारे में मेयर और नगर आयुक्त सुनेंगे कर्मचारियों की समस्या।

- हड़ताली कर्मचारियों को दिए गए नोटिस होंगे वापस।

- रात पाली में काम करने वालों से नहीं लिया जाएगा दिन में काम।

- हड़ताल अवधि नियमित कर्मचारियों के अवकाश में होगी समायोजित।

- आउटसोर्सिग व संविदाकर्मी दो घंटे अधिक काम करके करेंगे भरपाई।


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