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गुंडा टैक्स न देने पर हुई थी ठेकेदार की हत्या

जासं, इलाहाबाद : रेलवे के ठेकेदार प्रताप सिंह की हत्या गुंडा टैक्स न देने पर की गई थी। हत्याकांड में

By Edited By: Published: Sat, 28 May 2016 01:04 AM (IST)Updated: Sat, 28 May 2016 01:04 AM (IST)
गुंडा टैक्स न देने पर हुई थी ठेकेदार की हत्या

जासं, इलाहाबाद : रेलवे के ठेकेदार प्रताप सिंह की हत्या गुंडा टैक्स न देने पर की गई थी। हत्याकांड में शामिल भाड़े के हत्यारे सनी गुप्ता को गिरफ्तार कर पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस व चोरी की बाइक बरामद हुई है। हत्याकांड में शामिल चार आरोपी फरार हैं।

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शुक्रवार दोपहर पुलिस लाइन सभागार में एसपी गंगापार राजेश श्रीवास्तव ने अभियुक्त को मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि वर्ष 2012 में हुए ठेकेदार पिंकी गुप्ता हत्याकांड का आरोपी कैंट निवासी नीरज बाल्मीकी अक्सर प्रताप सिंह से गुंडा टैक्स मांगता था। कई बार 10 से 30 हजार रुपये तक उसे मिले थे। चूंकि प्रताप, पिंकी हत्याकांड का गवाह था। ऐसे में उसे धमकी भी मिलती रहती थी। करीब दो माह पहले नीरज ने प्रताप से कहा कि बड़े ठेकेदार हो अब 10 लाख रुपये पहुंचा दो। प्रताप ने इतनी बड़ी रकम देने से साफ मना कर दिया। यह बात नीरज को नगवार लगी। इसके बाद उसने करछना के शिवा कुशवाहा, राजू पासी, मंगल पासी और खुल्दाबाद के सनी को बुलाया। उनसे कहा कि प्रताप सिंह का काम तमाम कर दें। इसके लिए प्रत्येक को 30-30 हजार रुपये मिलेंगे। करीब 15 दिन पहले हत्याकांड की योजना बनी। नौ मई की दोपहर सभी लोग होटल कान्हा श्याम के सामने एकत्रित होकर प्रताप की रेकी करते हुए झूंसी पहुंच गए। शाम करीब साढ़े सात बजे जब प्रताप अपने मौसेरे भाई के साथ कार से घर लौट रहा था तभी उसे रोक लिया। इसके बाद ताबड़तोड़ फाय¨रग कर ठेकेदार को मौत को घाट उतार दिया। हत्या के बाद दो बाइक से चारों लोग भाग निकले। बांगड़ धर्मशाला के पास उतरकर सनी बस से घर चला गया। एसपी गंगापार ने कत्ल का खुलासा करने पर क्राइम ब्रांच प्रभारी जेपी राय, एसआई एके नागर, इंस्पेक्टर झूंसी पीएन मिश्रा व जितेन्द्र पाल, पंकज, धनंजय, विजय, अनूप, पवन, रविसेन की टीम को इनाम दिया है।

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कत्ल के बाद की पिता की तेरहवीं

पुलिस के हत्थे चढ़े सनी के पिता राधेश्याम की बीमारी के कारण पांच मई को मौत हो गई थी। इसके बाद भी वह हत्याकांड में शामिल हुआ। वारदात को अंजाम देने के बाद उसे 30 की बजाए महज दो हजार रुपये ही मिले। हत्याकांड के बाद उसने पिता की तेरहवीं की और इधर-उधर घूमता रहा। पैसा कम मिलने के कारण ही भेद खुला तो पुलिस ने हत्यारोपियों का पता लगा लिया। सनी ने मीडिया को बताया कि उसने पढ़ाई नहीं की और बाइक चोरी के आरोप में जेल जा चुका है।


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