ओवरलोडिंग के खेल में हटाए गए आरटीओ
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : ओवरलोड गाड़ियों को धड़ल्ले से पास कराने के मामले में परिवहन विभाग के अधिका
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : ओवरलोड गाड़ियों को धड़ल्ले से पास कराने के मामले में परिवहन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। मामले की जांच चल ही रही है कि आरटीओ का तबादला बरेली कर दिया गया। वहीं सालों से जमे एआरटीओ का तबादला भी किया जा सकता है।
ओवरलोड ट्रकों के संचालन से सड़कों की सूरत खराब हो रही है। इससे हर साल लोनिवि के दो सौ करोड़ की सड़कें नष्ट हो जाती हैं। चूंकि इलाहाबाद मंडल से गिट्टी, सिलिका सैंड और बालू आदि का खनन बड़े पैमाने पर होता है इसलिए यहां से ओवरलोड खनिज संपदा को लेकर ट्रकें प्रदेश भर में जाती हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद ओवरलोड ट्रकें परिवहन विभाग की मिलीभगत से चल रही हैं। इसके लिए इंट्री कोड भी जारी किया जा रहा था। यह खेल सालों से चल रहा था और इसमें हर महीने करोड़ों की वसूली होती थी। अप्रैल के पहले हफ्ते में दैनिक जागरण में इस गोरखधंधे का खुलासा किया। यहां तक बताया कि गया कि किस इंट्री कोड के जरिए गाड़ियां सड़कों पर बेधड़क दौड़ रहीं। लगातार हुए खुलासे के बाद परिवहन विभाग भी जागा। मामला मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंचा, जिस पर उन्होंने गोरखधंधे की जांच ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के रवींद्र नायक को दी। अभी मामले की जांच चल ही रही थी कि एक दिन पहले इलाहाबाद के आरटीओ प्रवर्तन एमएल चौरसिया का तबादला बरेली कर दिया गया आनन फानन में वह रिलीव भी हो गए। वहीं बरेली के आरटीओ प्रवर्तन ओपी सिंह को इलाहाबाद का आरटीओ प्रवर्तन बनाया गया है। सालों से इलाहाबाद में जमे एआरटीओ का भी अगले हफ्ते तक तबादला हो सकता है। सहायक परिवहन आयुक्त विनय कुमार सिंह ने पुष्टि की। बताया कि ओवरलोड ट्रकों के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। जिसके क्षेत्र में ओवरलोड गाड़ियां पास होंगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।