कंप्यूटराइजेशन से खत्म होंगे भूमि विवाद
जासं, इलाहाबाद : भू अभिलेखों के कंप्यूटरीकरण की प्रगति जानने आए ग्रामीण विकास मंत्रालय भू-संसाधन विभ
जासं, इलाहाबाद : भू अभिलेखों के कंप्यूटरीकरण की प्रगति जानने आए ग्रामीण विकास मंत्रालय भू-संसाधन विभाग के अपर सचिव (एलआर) केपी कृष्णन ने कहा कि इससे भूमि विवाद खत्म होंगे। उन्होंने कहा कि भू-राजस्व अभिलेखों के कंप्यूटरीकरण का काम 2008-09 से चल रहा है। अब तक काफी काम हो चुका है।
इलाहाबाद मंडल के अधिकारियों के साथ हुई केपी कृष्णन की बैठक में कंप्यूटरीकरण की प्रगति बताई गई। कहा गया कि खतौनी का कंप्यूटरीकरणऔर भू-मानचित्रों का डिजिटलाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। तहसीलस्तरीय डाटा सेंटर, राजस्व कार्यालयों के मध्य इंटर कनेक्टिविटी, तहसीलस्तरीय मार्डन रिकार्ड रूम और एनएलआर एमपी सेल का गठन किया जा रहा है। कमिश्नर राजन शुक्ला ने बताया कि मंडल में अब तक 7548 गावों में खतौनी के कंप्यूटरीकरण का कार्य किया जा चुका है। राजस्व परिषद के अध्यक्ष के सुभ्रांत कुमार शुक्ला ने बताया कि डिजिटल इंडिया के तहत कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि चकबंदी से बाहर गांवों की खतौनियां कंप्यूटरीकृत कर ली गई है। अब किसानों को कंप्यूटरीकृत खतौनी मिलेगी। बैठक में डीएम फतेहपुर राजीव रौतेला, डीएम प्रतापगढ़ डा. आदर्श सिंह, डीएम कौशांबी अखण्ड प्रताप सिंह और इलाहाबाद के मुख्य राजस्व अधिकारी बीएल सरोज आदि थे।