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बदलने लगी तालाबों की सूरत

मत्था जल ही जीवन का आधार है, जल ही प्रकृति का सार है। बिन जल ये समस्त चराचर कल्पना से बाहर है। जल

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 01:02 AM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 01:02 AM (IST)
बदलने लगी तालाबों की सूरत

मत्था

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जल ही जीवन का आधार है, जल ही प्रकृति का सार है। बिन जल ये समस्त चराचर कल्पना से बाहर है। जल ही तो धरती की शान है, जल है तो जहान है, जल संरक्षण महान है।

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इंट्रो

-जागरण का 'तलाश तालाबों की' अभियान नित नई ऊचाइयां हासिल कर रहा है। तालाबों की सूरत बदलने लगी है। जो तालाब मैदान बन चुके थे, उन्होंने फिर अपनी गहराई प्राप्त कर ली है। जागरण अभियान से प्रेरित होकर प्रशासन ने भी तमाम तालाबों के जीर्णोद्धार में अपनी ताकत झोंक दी है। इलाहाबाद, प्रतापगढ़ और कौशांबी में जागरण के गोद लिए तालाब भी तेजी से संवर रहे हैं। जागरण के इस प्रयास में जन-जन की भागीदारी नजर आ रही है। तालाबों को पुनर्जीवन देने में अब महिलाएं भी आगे आ रही हैं।

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अब बदलेगी बख्शी तालाब की सूरत

-जागरण संग मिल प्रशासन ने शुरू किया सफाई अभियान

-महापौर के साथ ही अधिकारियों ने भी चलाया फावड़ा

जासं, इलाहाबाद : क्या बख्शी का तालाब फिर से जिंदा होगा। जीवन की अंतिम सांसें गिन रहे इस तालाब को कौन जीवित करेगा। कैसे होगा इसका उद्धार। कुछ ऐसे ही सवाल थे जो बुधवार को अल्लापुर के खजूर गली में चर्चा का विषय बने हुए थे। जैसे ही लोगों को यह पता चला कि जागरण के प्रयास से इस तालाब को पुनर्जीवित किया जा रहा है तो वे भी अभियान में शामिल हो गए। सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गए तालाब पर श्रमदान के लिए। महापौर अभिलाषा गुप्ता, एडीएम (प्रशासन) दयाशंकर पांडेय व एडीएम (सिटी) विपिन मिश्रा ने तालाब में फावड़ा चलाकर श्रमदान की शुरुआत की।

अल्लापुर का ऐतिहासिक बख्शी तालाब कभी 38 बीघे का था लेकिन वर्तमान में यह केवल चार बीघा ही बचा है। इस पर भी भूमाफिया की निगाह लगी हुई है। तालाब को लगातार पाटा जा रहा है, जिससे इसके बचे हुए भाग के वजूद पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। इसको देखते हुए जागरण ने इस तालाब को बचाने का निश्चय किया। जागरण के इस प्रयास में प्रशासन भी शामिल हो गया। बुधवार को यहां अभियान की शुरुआत हुई। इसकी शुरुआत करते हुए महापौर अभिलाषा गुप्ता ने जागरण के प्रयास की सराहना करते हुए कहाकि बख्शी तालाब को बचाने के लिए निगम हर तरह की मदद करेगा। इस तालाब के सुंदरीकरण के लिए शासन को लिखा जाएगा। एडीएम प्रशासन दयाशंकर पांडेय ने कहाकि तालाब के जीर्णोद्धार में प्रशासन पूरी मदद करेगा। वहीं एडीएम सिटी विपिन मिश्र ने कहाकि तालाब के सुंदरीकरण से पर्यावरण तो संवरेगा ही, स्थानीय लोगों के लिए मनोरंजन का केंद्र भी बन जाएगा। नगर निगम के क्षेत्रीय पार्षद विनय मिश्रा ने अधिकारियों को तालाब के इतिहास के बारे में जानकारी दी।

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सफाई को आगे आए लोग

इलाहाबाद : बख्शी तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर क्षेत्रीय लोग भी उत्साहित हैं। बुधवार को चले अभियान में स्थानीय लोगों के साथ ही सीपी शर्मा क्लासेज के छात्र भी श्रमदान करने पहुंचे। लोगों ने तालाब में उगे झाड़ को साफ किया और बिखरी ईटों को एकत्र किया। तालाब से निकले मलबे को निगम की गाड़ियों द्वारा अन्यत्र ले जाया जा रहा है।

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गोद लिए तालाब

फोटो

फाफामऊ : जागरण के प्रयास से फाफामऊ स्थित पांडेश्वरनाथ धाम तालाब की तस्वीर बदलने लगी है। बुधवार को तालाब के क्षतिग्रस्त घाट व बाउंड्रीवाल की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया। इसके अलावा प्रधान महावीर यादव के नेतृत्व में लोगों ने यहां श्रमदान भी किया।

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सोरांव : तहसील के कोठारी तालाब में लगातार चौथे दिन सफाई कार्य चला। तालाब से जलकुंभी को निकाला जा रहा है। बड़ा तालाब होने के कारण इसमें जलकुंभी की बहुतायत है। करीब एक दर्जन लोग रोज इस तालाब में श्रमदान कर जलकुंभी निकाल रहे हैं।

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हंडिया : ऐतिहासिक सगरा तालाब को लेकर स्थानीय प्रशासन गंभीर हुआ है। बुधवार को सैदाबाद के खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार चौधरी ने तालाब का निरीक्षण किया। कहाकि तालाब का चौड़ीकरण किया जाएगा। गुरुवार को सीमांकन के बाद इसकी खोदाई कराई जाएगी।

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फूलपुर : तहसील के बभनकुइयां गांव में बुधवार को तालाब की सफाई का काम पूरा कर लिया गया। बुधवार को बहादुरपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने तालाब का मुआयना किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि गुरुवार से तालाब की खोदाई कराई जाएगी।

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मेजा : मेजा के डेलौहा गांव स्थित तालाब भी उपेक्षा से मिट चुका था। लोग इसमें नाबदान का पानी बहाते थे। जागरण ने अभियान चलाया तो इस गांव के लोग भी जागे। लोगों ने तालाब बचाने का निर्णय लिया। बुधवार से इस तालाब की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया।

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बारा : तहसील के टिकरी कला गांव स्थित रिगवां तालाब से कब्जा हट गया है। स्थानीय प्रशासन की चेतावनी के बाद बुधवार को दुकानदारों ने अपनी दुकानें खुद ही हटा लीं। इसके साथ ही आसपास के गांव के लोग जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं, तालाब की सफाई में जुट गए।

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यहां भी हैं कब्जे

-बहरिया ब्लाक के कुसूंगुर गांव के दो तालाबों पर अतिक्रमण

-बारा तहसील के टिकरी कलां गांव में तालाबों पर अतिक्रमण

-हंडिया के बनपुरवा परतीपुर में तालाब पर अवैध निर्माण

-सोरांव के मलाक चतुरी गांव में तालाब पर कब्जा

-प्रतापगढ़ के मांधाता ब्लाक के खानीपुर में तालाब पर कब्जा

-सोरांव के रामनगर उमरी निजामपुर में तालाब सूखा

-जारी बाजार के तालाब गड़ैया खुर्द को पाटा जा रहा

-कौशांबी के नीबी गांव में गढ्डे में तब्दील हुआ तालाब

-हंडिया के ग्रामसभा जंघई में तालाब पर अतिक्रमण

-प्रतापगढ़ के कुंडा जमेठी में तालाब की हालत खराब

-करछना तहसील के कौंधियारा ब्लाक स्थित भभोखर गांव के तालाबों पर कब्जा

विशेष : तालाबों पर कब्जे की यह शिकायतें जागरण को सोशल नेटवर्क साइट व्हाट्सएप पर सुधि पाठकों ने दी है। जागरण इसकी सत्यता का दावा नहीं करता।


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