दो करोड़ का दवा लदा ट्रक लुटा
जासं, इलाहाबाद : लखनऊ से इलाहाबाद आ रहा दो करोड़ की दवा लदे ट्रक को सोमवार भोर में बदमाशों ने रायबरे
जासं, इलाहाबाद : लखनऊ से इलाहाबाद आ रहा दो करोड़ की दवा लदे ट्रक को सोमवार भोर में बदमाशों ने रायबरेली में लूट लिया। ट्रक लेकर बदमाश फरार हो गए। ट्रक चालक व खलासी प्रतापगढ़ में बेसुध हालत में मिले। लूट की जानकारी मिलते ही इलाहाबाद के व्यापारियों के होश उड़ गए। ट्रक में इलाहाबाद के 45 दवा कारोबारियों का माल लोड था।
लखनऊ के अमीनाबाद से इलाहाबाद के दवा व्यापारी दवाएं मंगाते हैं। दवा कारोबारी फोन के जरिए अपना आर्डर बुक कराते हैं और दवा वहां से भेज दी जाती है। लखनऊ से सोमवार की देर रात फार्वाडेग एजेंसी ने करीब दो करोड़ की दवा ट्रक में लदवाकर इलाहाबाद के लिए रवाना किया। यह ट्रक नीबी लोहगरा (करछना) निवासी रामबहादुर पाल का है। सोमवार की भोर में रायबरेली के भदोखर थाना क्षेत्र में जमालापुर गांव के सामने जीटी रोड पर बोलेरो सवार लोगों ने ट्रक को ओवरटेक कर रोक लिया और मारपीट कर चालक व खलासी को बंधक बना लिया। चालक व खलासी को बदमाश ट्रक में लेकर प्रतापगढ़ के रानीगंज थाना क्षेत्र के दुर्गागंज तक आए और नशीला पदार्थ सुंघाकर सड़क किनारे फेंक दिया। सुबह दोनों अचेत हालत में मिले। ग्रामीणों ने अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों होश में आए तो ट्रक मालिक रामबहादुर पाल को सूचना दी। वह भागकर चालक व खलासी के पास पहुंचे। मंगलवार की देर शाम भदोखर थाने में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बुधवार को लूट की खबर दवा कारोबारियों को हुई तो उनके होश उड़ गए। ट्रक में केजी फार्मा, अग्रवाल डिस्ट्रीब्यूटर, महेश मेडिकल स्टोर, नितिन केमिस्ट, मुकेश डिस्ट्रीब्यूटर समेत तीन करीब 40 दवा कारोबारियों का माल था। दवा व्यापारी प्रेम अग्रवाल ने बताया कि एक व्यापारी का लगभग पांच से आठ लाख रुपये के बीच का माल था। कहा कि दो करोड़ की दवा होने का अनुमान है। एजेंसी से पता लगाया जा रहा है कि, किसने कितने का माल लोड कराया था।
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दवा कारोबारियों ने की बैठक, जताई नाराजगी
दवा लदा ट्रक लूटने से इलाहाबाद के दवा व्यापारियों में आक्रोश है। बुधवार शाम कारोबारियों ने बैठक कर इस पर नाराजगी जताई। दवा कारोबारी अनिल दुबे, प्रेम अग्रवाल आदि ने कहा कि घटना से दवा कारोबारियों को तगड़ा नुकसान हुआ है। पुलिस की लापरवाही से घटना हुई है। तीन दिन हो गए घटना हुए, अब तक खुलासा नहीं हुआ। यदि यही रवैया रहा तो बदमाश दवा बेचने में कामयाब हो जाएंगे।