कालिख के साथ लगे खून के धब्बे
श्रीनारायण मिश्र, इलाहाबाद: पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग भले ही ब्लाक प्रमुख चुनाव को निष्पक्ष करार द
श्रीनारायण मिश्र, इलाहाबाद: पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग भले ही ब्लाक प्रमुख चुनाव को निष्पक्ष करार दे लेकिन इस चुनाव में बार बार दाग लगते रहे। पहले प्रत्याशी को धमकाने वाला थानाध्यक्ष का ऑडियो वायरल हुआ, फिर मिर्जापुर में एक बीडीसी को अगवा करने का प्रयास किया गया। मतदान के दिन तो हद हो गई, एक जान चली गई। अधिकारी से लेकर कई लोग घायल हुए।
ब्लाक प्रमुख पद के लिए नामांकन के बाद से ही तंत्र की निष्पक्षता पर उंगली उठने लगी थी। नामांकन वापसी से पहले एक ऑडियो के वायरल होने पर हंगामा मच गया था। ऑडियो में थानाध्यक्ष एक प्रत्याशी को पर्चा वापस लेने के लिए धमका रहा था। पीड़ित प्रत्याशी ने राज्य निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत भी की थी। फिलहाल एसएसपी इस ऑडियो की जांच करवा रहे हैं। इसके बाद मतदान के एक दिन पहले मिर्जापुर में अपने मायके चली गई एक बीडीसी सदस्य को अगवा करने का प्रयास किया गया। अगवा करने वाले लोगों के साथ मांडा के थानाध्यक्ष भी गए थे। यह बात सामने आने के बावजूद अभी तक वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस घटनाक्रम पर कोई कठोर कदम नहीं उठाया। इसके बाद बुधवार को मतदान के दिन तो सारी हदें पार हो गई। विधायक के विरोध में लोगों ने बहादुरपुर ब्लाक में हंगामा कर दिया। गोली चली, एक युवक की मौत हो गई और अधिकारियों समेत कई लोग घायल हो गए। ब्लाक प्रमुख चुनाव के इस परिदृश्य में विपक्षी दलों के आरोपों को बल मिलता है। जो इस चुनाव में सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं।
यदि कहीं सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुमार, डीएम