'क्रीमीलेयर को न मिले आरक्षण का लाभ'
जासं, इलाहाबाद : लोक सेवक मंडल और गांधी अकादमिक संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को राजर्षि ट
जासं, इलाहाबाद : लोक सेवक मंडल और गांधी अकादमिक संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को राजर्षि टंडन सेवा केंद्र में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 'समतामूलक समाज के निर्माण में युवाओं की भूमिका' विषय पर बोलते हुए पूर्व न्यायमूर्ति राजेंद्र सच्चर ने क्रीमीलेयर को आरक्षण दिए जाने का विरोध किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक और पंथनिरपेक्ष समाजवादी देश है। यहां सभी धर्म और जाति बराबर हैं। सबकी शिक्षा समान होनी चाहिए। उसमें एकरूपता आवश्यक है। इसलिए देश में जाति व्यवस्था समाप्त कर देनी चाहिए। न्यायमूर्ति ने जातिगत भेदभाव को बहुत ही बड़ा अभिशाप बताया। कहा क्रीमीलेयर वालों को अब आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। संचालन गांधी अकादमिक संस्थान के निदेशक ओमप्रकाश शुक्ल ने किया। राजकुमार चोपड़ा, हरगोविंद, रवींद्र सिंह चौहान, डा.अरविंद शुक्ल, डा.एके सिंह, अशोक यादव आदि मौजूद रहे।