लाठी का कमाल, रह गया 'इकबाल'
बृजेश गौतम, इलाहाबाद : पुलिस की ही 'लाठी' का असर था कि प्रधानी के लिए जिले में पहले चरण का चुनाव शनि
बृजेश गौतम, इलाहाबाद : पुलिस की ही 'लाठी' का असर था कि प्रधानी के लिए जिले में पहले चरण का चुनाव शनिवार को बूथ लुटने का कंलक लगे बिना संपन्न हो गया। जिस लाठी से अब अमूमन कोई खौफ नहीं खाता, उसकी ऐसी हवा बनी कि अराजक सहम गए। डिहोरवा में दारोगा की दिलेरी देख एसएसपी ने मातहत के लिए जो जज्बा दिखाया वह आने वाले तीन चरणों के चुनाव के लिए टॉनिक का काम भी करेगा। एसएसपी के ये तेवर डिहोरवा में ही नही रहे बल्कि जहां से सिपाही, दारोगा ने सूचना देकर बुलाया, वहीं उन्होंने पुलिस का इकबाल बनाए रखने के लिए हर वह कदम उठाया, जिसकी जरूरत थी।
दोपहर करीब 12:50 बजे परानीपुर (उरुवा) में डीएम से बातचीत कर रहे एसएसपी केएस इमेनुएल के मोबाइल पर डिहोरवा पोलिंग बूथ पर तैनात दारोगा आलोक यादव का फोन आया। आलोक ने हंगामे की सूचना देते हुए मदद मांगी थी। बिना समय गंवाए एसएसपी डिहोरवा चल पड़े। 12.58 यानि आठ मिनट में ही एसएसपी डिहोरवा पहुंचे और हालात देख हतप्रभ रह गए। बैलेट बाक्स लूटने आए लोग एसआई आलोक यादव को घेरकर पीट रहे थे, दूसरी तरफ से पथराव भी हो रहा था। एक भारी-भरकम शरीर वाला व्यक्ति दारोगा की लोडेड पिस्टल छीनने का प्रयास कर रहा था। जिला पुलिस प्रमुख ने बिना समय गंवाए हमराही से एंटी राइट गन से छीनकर हवा में एक गोली दागी। इस पर दबंगों में भगदड़ मच गई। फिर तो एसएसपी व फोर्स ने अपना काम निपटाया। दौड़ा-दौड़ा कर अराजकतत्वों को पीटा। खेतों में घुसे लोगों को दौड़ाया तो पथराव शुरू हुआ। इस पर खाकी की तरफ से फाय¨रग की गई। इसके पहले एसएसपी बिगहना, परानीपुर, पनासा, कनिघड़ा, रामनगर, डेलौंहा, कोंहड़ार घाट और बरी गांव से मिली उपद्रव की सूचना पर वहां पहुंच चुके थे।
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करिया गैंग से बचते रहे लोग
पोलिंग बूथों पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कर्मियों की कई टीम बनाई गई थी। एसएसपी ने पुलिस महकमे का भौकाल बनाए रखने के लिए उन्हें विभिन्न ड्रेस में तैनात किया था। काली जींस व हाफ काली शर्ट में करीब एक दर्जन भी सिपाही थे। यह टीम भीड़ के लिए मुसीबत बनी रही। इनकी कार्रवाई से चुनाव क्षेत्र में खलबली थी।